पूरे देश के साथ किशनगंज जिले में भी हर साल की तरह आज भी राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया गया । यह दिन जीवन बचाने वाले डॉक्टरों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन उन सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जश्न मनाने का दिन है, जो बड़े पैमाने पर समाज की सेवा कर रहे हैं। साल 2023 में 33 वां राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे 1 जुलाई को मनाया जा रहा है।
सिविल सर्जन डॉ जौशल किशोर ने डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में जिले के सभी डॉक्टर को शुभकामनाऐं दी और उन्होंने कहा की नेशनल डॉक्टर्स डे का सेलिब्रेशन प्रसिद्ध चिकित्सक शिक्षाविद और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय को और सभी डॉक्टर्स को सम्मान देने के उद्देश्य से किया जाता है। इनका जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में हुआ था। डॉ बिधान चंद्र रॉय ने मेडिकल के क्षेत्र में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने यादवपुर राजयक्ष्मा अस्पताल, चित्तरंजन सेवा सदन फॉर वीमेन एंड चिल्ड्रेन, कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल, विक्टोरिया कॉलेज और चित्तरंजन कैंसर हॉस्पिटल खोलने में अहम भूमिका निभाई। अपने खाली वक्त में भी डॉ. बिधान चंद्र रॉय लोगों का बेहद कम फीस में इलाज करते थे। मेडिकल स्टाफ न होने पर नर्स का काम भी वो खुद कर लिया करते थे। डॉ. बिधान चंद्र रॉय आज भी तमाम डॉक्टर्स के बीच एक प्रेरणा हैं। उनके इस योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने सन् 1976 में उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा था। मेडिकल क्षेत्र में डॉ. बिधान चंद्र रॉय के योगदान को सम्मान देने के लिए उनके निधन के बाद उनके जन्मदिन की तारीख को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया।
सेलिब्रिटी रेजिलिएंस एंड हीलिंग हैंड्स की थीम का महत्व:-
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि साल 2023 में डॉक्टर्स डे की थीम है- सेलिब्रिटी रेजिलिएंस एंड हीलिंग हैंड्स थीम उन डॉक्टर्स के लिए रखी गई है जिन्होंने कोविड महामारी के समय में हजारों लोगों की जान बचाई थी, जिन्होंने पेंडमिक के दौरान बिना थके बिना रुके बिना अपनी परवाह किये दिन रात दूसरो की सेवा में जुटे डॉक्टर की सम्मान में रखा गया है।
डॉ रफत हुसैन ने लोगों को सुरक्षित करने में हारी जीवन की लड़ाई:-
जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में जिले के सभी डॉक्टर को बधाई दी एवं उन्होंने बताया कि आज के दिन जिले के नेकदिल इंसान और बेहतरीन चिकित्सक स्वर्गीय डॉ रफत हुसैन के बलिदान को भुलाया नही जा सकता है। साथ ही उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता। कोरोना की इस लड़ाई में औरों की देखभाल एवं रक्षा के लिए उन्होंने खुद को बलिदान कर दिया। पूरे जिले वासी पूर्व जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को भी नही भूले है जिन्होंने संक्रमण काल में अपनी सेवा देते हुए अपनी प्राणों की आहुति दे दी थी। पूरे जिलेवासी ने नम आँखों से उनको विदा किया था। उस आपात स्थिति में उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए जिले वासी हमेशा याद रखेंगे। जिला में नियमित टीकाकरण के साथ कोरोना टीकाकरण की स्थिति को भी सुधारने में उनका काफी सहयोग रहा। जिनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया। उनकी याद में आज भी जिले में डॉ रफत हुसैन मेमोरियल अवार्ड स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालो को दिया जाता है।
क्या है इस दिन का महत्व :-
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर हुसैन ने जिले के सभी डॉक्टर को इस दिन की बधाई देते हुए बताया की डॉक्टर्स डे उन सभी डॉक्टर्स के प्रति आभार प्रकट करने का दिन है जो दिन रात अस्पतालों में सेवा में लगे रहते है। मरीजों को ठीक करना डॉक्टर्स की ड्यूटी होती है, लेकिन इसके लिए वो चौबीसों घंटे तैयार रहते हैं। उनके इस लगन और जज्बे को सलाम करने के लिए यह खास दिन हर साल मनाया जाता है। इस खास दिन को मनाने के पीछे एक ही कारण है कि देश के सभी डॉक्टर्स जो दिन-रात अपने मरीज की जान बचाने के लिए जुटे रहते हैं उन्हें सम्मानित करना। कोरोना काल में डॉक्टर्स ने जो अपनी भूमिका निभाई है वह किसी से छिपी नहीं है। इस खास दिन को मनाने के पीछे यही कारण यही है कि उन्हें सम्मानित करना। उन्हें दूसरे के सेवा के लिए प्रेरित करना। डॉक्टर्स के प्रति अपना सम्मान दिखाने के लिए इससे खास दिन और कोई हो नहीं सकता है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
पूरे देश के साथ किशनगंज जिले में भी हर साल की तरह आज भी राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया गया । यह दिन जीवन बचाने वाले डॉक्टरों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन उन सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जश्न मनाने का दिन है, जो बड़े पैमाने पर समाज की सेवा कर रहे हैं। साल 2023 में 33 वां राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे 1 जुलाई को मनाया जा रहा है।
सिविल सर्जन डॉ जौशल किशोर ने डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में जिले के सभी डॉक्टर को शुभकामनाऐं दी और उन्होंने कहा की नेशनल डॉक्टर्स डे का सेलिब्रेशन प्रसिद्ध चिकित्सक शिक्षाविद और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय को और सभी डॉक्टर्स को सम्मान देने के उद्देश्य से किया जाता है। इनका जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में हुआ था। डॉ बिधान चंद्र रॉय ने मेडिकल के क्षेत्र में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने यादवपुर राजयक्ष्मा अस्पताल, चित्तरंजन सेवा सदन फॉर वीमेन एंड चिल्ड्रेन, कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल, विक्टोरिया कॉलेज और चित्तरंजन कैंसर हॉस्पिटल खोलने में अहम भूमिका निभाई। अपने खाली वक्त में भी डॉ. बिधान चंद्र रॉय लोगों का बेहद कम फीस में इलाज करते थे। मेडिकल स्टाफ न होने पर नर्स का काम भी वो खुद कर लिया करते थे। डॉ. बिधान चंद्र रॉय आज भी तमाम डॉक्टर्स के बीच एक प्रेरणा हैं। उनके इस योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने सन् 1976 में उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा था। मेडिकल क्षेत्र में डॉ. बिधान चंद्र रॉय के योगदान को सम्मान देने के लिए उनके निधन के बाद उनके जन्मदिन की तारीख को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया।
सेलिब्रिटी रेजिलिएंस एंड हीलिंग हैंड्स की थीम का महत्व:-
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि साल 2023 में डॉक्टर्स डे की थीम है- सेलिब्रिटी रेजिलिएंस एंड हीलिंग हैंड्स थीम उन डॉक्टर्स के लिए रखी गई है जिन्होंने कोविड महामारी के समय में हजारों लोगों की जान बचाई थी, जिन्होंने पेंडमिक के दौरान बिना थके बिना रुके बिना अपनी परवाह किये दिन रात दूसरो की सेवा में जुटे डॉक्टर की सम्मान में रखा गया है।
डॉ रफत हुसैन ने लोगों को सुरक्षित करने में हारी जीवन की लड़ाई:-
जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में जिले के सभी डॉक्टर को बधाई दी एवं उन्होंने बताया कि आज के दिन जिले के नेकदिल इंसान और बेहतरीन चिकित्सक स्वर्गीय डॉ रफत हुसैन के बलिदान को भुलाया नही जा सकता है। साथ ही उनकी कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता। कोरोना की इस लड़ाई में औरों की देखभाल एवं रक्षा के लिए उन्होंने खुद को बलिदान कर दिया। पूरे जिले वासी पूर्व जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को भी नही भूले है जिन्होंने संक्रमण काल में अपनी सेवा देते हुए अपनी प्राणों की आहुति दे दी थी। पूरे जिलेवासी ने नम आँखों से उनको विदा किया था। उस आपात स्थिति में उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए जिले वासी हमेशा याद रखेंगे। जिला में नियमित टीकाकरण के साथ कोरोना टीकाकरण की स्थिति को भी सुधारने में उनका काफी सहयोग रहा। जिनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया। उनकी याद में आज भी जिले में डॉ रफत हुसैन मेमोरियल अवार्ड स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालो को दिया जाता है।
क्या है इस दिन का महत्व :-
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर हुसैन ने जिले के सभी डॉक्टर को इस दिन की बधाई देते हुए बताया की डॉक्टर्स डे उन सभी डॉक्टर्स के प्रति आभार प्रकट करने का दिन है जो दिन रात अस्पतालों में सेवा में लगे रहते है। मरीजों को ठीक करना डॉक्टर्स की ड्यूटी होती है, लेकिन इसके लिए वो चौबीसों घंटे तैयार रहते हैं। उनके इस लगन और जज्बे को सलाम करने के लिए यह खास दिन हर साल मनाया जाता है। इस खास दिन को मनाने के पीछे एक ही कारण है कि देश के सभी डॉक्टर्स जो दिन-रात अपने मरीज की जान बचाने के लिए जुटे रहते हैं उन्हें सम्मानित करना। कोरोना काल में डॉक्टर्स ने जो अपनी भूमिका निभाई है वह किसी से छिपी नहीं है। इस खास दिन को मनाने के पीछे यही कारण यही है कि उन्हें सम्मानित करना। उन्हें दूसरे के सेवा के लिए प्रेरित करना। डॉक्टर्स के प्रति अपना सम्मान दिखाने के लिए इससे खास दिन और कोई हो नहीं सकता है।
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