बुधवार को समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी-सह-अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति, श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बीते माह संस्थागत प्रसव संबंधी मामलों में आयी गिरावट पर अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। डीएम ने कहा कि जिले में वीएचएसएनडी सत्र का सफल क्रियान्वयन जरूरी है। इससे एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव व नियमित टीकाकरण अभियान को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। स्वास्थ्य अधिकारियों को क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं का नियमित फॉलोअप सुनिश्चित कराने को कहा गया ताकि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने सभी एमओआईसी को क्षेत्र में संचालित सत्र का नियमित निरीक्षण का आदेश दिया। साथ ही, बीएलटीएफ की बैठक के माध्यम से प्रखंडवार विभिन्न विभागीय अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिये प्रभावी कदम उठाने का आदेश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया। जिलाधिकारी ने विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन मामले में कमतर प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य अधिकाकारियों के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश दिया।
जिले में स्वास्थ्य सुविधा को सुचारु रूप से क्रियान्वयन करने हेतु सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया। इसमें सातों प्रखंडों के सभी स्वास्थ्य उपकेन्द्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य उपकेंद्रों में कायाकल्प के तहत सभी कार्य करने से स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाया जा सकता है। बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर प्रसाद, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम, एनसीडी पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी, डीआईओ डॉ देवेन्द्र कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंन्धक डॉ. मुनाज़िम, जिला समन्वयक विस्वजित कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, लेखापाल आदि उपस्थित रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
बुधवार को समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी-सह-अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति, श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बीते माह संस्थागत प्रसव संबंधी मामलों में आयी गिरावट पर अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। डीएम ने कहा कि जिले में वीएचएसएनडी सत्र का सफल क्रियान्वयन जरूरी है। इससे एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव व नियमित टीकाकरण अभियान को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। स्वास्थ्य अधिकारियों को क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं का नियमित फॉलोअप सुनिश्चित कराने को कहा गया ताकि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने सभी एमओआईसी को क्षेत्र में संचालित सत्र का नियमित निरीक्षण का आदेश दिया। साथ ही, बीएलटीएफ की बैठक के माध्यम से प्रखंडवार विभिन्न विभागीय अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिये प्रभावी कदम उठाने का आदेश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया। जिलाधिकारी ने विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन मामले में कमतर प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य अधिकाकारियों के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश दिया।
जिले में स्वास्थ्य सुविधा को सुचारु रूप से क्रियान्वयन करने हेतु सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया। इसमें सातों प्रखंडों के सभी स्वास्थ्य उपकेन्द्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य उपकेंद्रों में कायाकल्प के तहत सभी कार्य करने से स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाया जा सकता है। बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर प्रसाद, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम, एनसीडी पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी, डीआईओ डॉ देवेन्द्र कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंन्धक डॉ. मुनाज़िम, जिला समन्वयक विस्वजित कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, लेखापाल आदि उपस्थित रहे।
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