एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन पटना द्वारा मंगलवार को ठाकुरगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय गलगलिया में भूकंप, बाढ़, आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सुरक्षा पर स्कूली छात्रों को बहुमूल्य सुझाव व जागरूकता देने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह मॉक ड्रिल पटना जिले के बिहटा स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ की एक टीम द्वारा संचालित किया गया। सब- इंस्पेक्टर कमलेश कुमावत के टेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ की टीम ने स्कूली बच्चों व शिक्षकों को किसी भी प्रकार की आपदा से बचाव के उपायों की जानकारी दी। इस दौरान डेमो देकर प्रायोगिक तौर पर भी बताया गया। जिसमें बाढ़ व आगजनी से बचाव, घायलों का प्राथमिक उपचार करना, घायल व्यक्ति की ब्लीडिंग को रोकना, चोटों को स्टेबलाइज करना और पीड़ित की जान बचाने हेतु सीपीआर देने आदि के बारे में डेमो देकर बताया गया।
सब-इंस्पेक्टर कुमावत ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य स्कूल के शिक्षकों और छात्रों के बीच स्कूल सुरक्षा के क्षेत्र में जागरूकता पैदा करना और उन्हें प्राकृतिक या मानव निर्मित किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना है। कार्यक्रम में एनडीआरएफ टीम के हेड कॉन्स्टेबल कौशल किशोर के साथ कॉन्स्टेबल निलेश शर्मा, यशवंत कुमार,अमरनाथ मिश्रा एवं जेपी कुमार सहित स्कूल के सभी शिक्षक व बच्चे मौजूद थे।
विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।
एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन पटना द्वारा मंगलवार को ठाकुरगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय गलगलिया में भूकंप, बाढ़, आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सुरक्षा पर स्कूली छात्रों को बहुमूल्य सुझाव व जागरूकता देने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह मॉक ड्रिल पटना जिले के बिहटा स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ की एक टीम द्वारा संचालित किया गया। सब- इंस्पेक्टर कमलेश कुमावत के टेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ की टीम ने स्कूली बच्चों व शिक्षकों को किसी भी प्रकार की आपदा से बचाव के उपायों की जानकारी दी। इस दौरान डेमो देकर प्रायोगिक तौर पर भी बताया गया। जिसमें बाढ़ व आगजनी से बचाव, घायलों का प्राथमिक उपचार करना, घायल व्यक्ति की ब्लीडिंग को रोकना, चोटों को स्टेबलाइज करना और पीड़ित की जान बचाने हेतु सीपीआर देने आदि के बारे में डेमो देकर बताया गया।
सब-इंस्पेक्टर कुमावत ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य स्कूल के शिक्षकों और छात्रों के बीच स्कूल सुरक्षा के क्षेत्र में जागरूकता पैदा करना और उन्हें प्राकृतिक या मानव निर्मित किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना है। कार्यक्रम में एनडीआरएफ टीम के हेड कॉन्स्टेबल कौशल किशोर के साथ कॉन्स्टेबल निलेश शर्मा, यशवंत कुमार,अमरनाथ मिश्रा एवं जेपी कुमार सहित स्कूल के सभी शिक्षक व बच्चे मौजूद थे।
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