विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।
इंडो-नेपाल बॉर्डर गलगलिया में कस्टम द्वारा नेपाल के दो पहिया वाहनों को वापस कर देने को लेकर मामूली झड़प होने का मामला सामने आया है। जानकारी मिली कि गुरुवार को बॉर्डर पर तैनात गलगलिया कस्टम कर्मी द्वारा नेपाल के वाहनों के भारत में प्रवेश पर रोक लगा दिया। कस्टम कर्मियों का कहना है कि भारतीय दूतावास से निर्गत आवश्यक पास के बिना भारत में प्रवेश नही करने दिया जाएगा। जिसके बाद बॉर्डर पर अफरा तफरी मच गई। वहीं कई मोटरसाइकिल सवार लोगों एवं कस्टम कर्मियों के बीच मामूली झड़प भी हुई। नेपाल के लोगों का कहना था कि यदि ऐसा कोई आदेश आया है तो हमें दिखायें क्योंकि ये सख्ती चार पहिया वाहन के लिए होना चाहिए। लोगों ने कहा कि बॉर्डर से सटे बाजार, रेलवे स्टेशन पर हम दो पहिया वाहन से जा सकते हैं। वाहनों को रोकने की सूचना पर नेपाल भद्रपुर पुलिस भी जानकारी लेने गलगलिया कस्टम चेकपोस्ट पहुंची थी। वहीं कस्टम विभाग द्वारा गलगलिया कस्टम कार्यालय में ईमेल के माध्यम से प्राप्त नोटिफिकेशन देख भद्रपुर पुलिस संतुष्ट होकर वापस चले गए।
वहीं वाहनों को रोक वापस भेज देने को लेकर बॉर्डर के छोटे दुकानदारों में नाराजगी देखी जा रही है। इन दुकानदारों का कहना है कि नेपाल सीमा शुल्क कार्यालय में सख्ती के बाद नेपाल के ग्राहक कम हुए हैं और हमारा व्यापार प्रभावित हुआ है। वहीं अब नेपाली दो पहिया वाहनों के रोके जाने से हमें अपना व्यापार बंद करना पड़ जायेगा। बताते चलें कि भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गलगलिया-भद्रपुर पुल होकर भारतीय व नेपाल के लोग दो पहिया वाहन लेकर सामान्य चेकिंग की औपचारिकता के बाद सीमा से सटे बाजार व रेलवे स्टेशन तक बेरोकटोक नेपाल से भारत और भारत से नेपाल में आवागमन करते हैं। दोनो देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में बसी आबादी के बीच रोटी-बेटी के साथ ही प्रमुख व्यापारिक संबंध हैं। मगर इस सख्ती के बाद सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में काफी रोष है।