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15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) का इतिहास।

🇮🇳🎍_आपको 77वें भारतीय स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ / लख लख बधाइयाँ जी व अमर शहीदों को शत शत नमन।_  🙏🎍

सारस न्यूज, वेब डेस्क।

हर साल 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 1947 में, भारत ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र हो गया था। ईस्ट इंडिया कंपनी ने 100 साल और ब्रिटिश क्राउन ने 100 साल तक भारत पर राज किया, लेकिन आज के दिन 1947 में हमारे पूर्वजों ने आजादी की खुली हवा में सांस ली। आइए जाने हमारा भारत देश कैसे आज़ाद हुआ और इसके बीच कौन कौन सी घटनाएँ हुई।

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 के बारे में रोचक तथ्य
15 अगस्त 1947 को पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने भारत के पहले प्रधानमंत्री बनने का शपथ लिया।

भारतीय आजादी के बाद भी गोवा पुर्तगालियों का उपनिवेश था, लेकिन 1961 में भारतीय सेना ने इसे भारत में मिला लिया।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास |

17 वीं शताब्दी की शुरुआत में अंग्रेज व्यापारी भारत में व्यापार करने के लिए आए और ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की।

1757 में प्लासी का युद्ध जीतकर अंग्रेजों ने भारत में अपना पैर जमाना शुरू किया।

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने धीरे-धीरे पूरे भारत पर संपूर्ण अधिकार हासिल किया और सभी राज्यों को अपने अधीन कर लिया।

भारतीय आजादी के लिए कई संघर्ष हुए, लेकिन 1857 में रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे और मंगल पांडे जैसे वीरों की अध्यक्षता में सबसे बड़ा संघर्ष किया। वे शहीद हुए लेकिन उनके संघर्ष ने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी। जिसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी भारत को छोड़कर सीधा ब्रिटिश क्राउन पर शासन करने लगा।

भारतीयों को धीरे धीरे ब्रिटिश शासन का काला सच नज़र आने लगा और वो स्वराज चाहते थे. इसलिए वे शांति और युद्ध दोनों में संघर्ष करते रहे। अंततः 15 अगस्त 1947 को भारत आज़ाद हुआ। लेकिन आज़ाद होने की भारत ने कई कुर्बानियां दीं जिसमे एक कुर्बानी थी 14 अगस्त 1947 की जब भारत के दो टुकड़े हो गए और भारत दो अलग देशों में बंट गया। भारत और पाकिस्तान।

किसी भी व्यक्ति के लिए स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है, और भारतीय स्वतंत्रता दिवस भी उतना ही महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2023) पर, हर व्यक्ति आजादी का महत्व समझता है और बलिदानी वीरों को याद करता है जो हमारे लिए शहीद हो गए।

सभी लोगों में देशभक्ति की भावना और अपने देश के शहीदों और प्रतिद्वंद्वी के लिए सम्मान की भावना जागृत होती है।

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