सारस न्यूज, वेब डेस्क।
सीएम नीतीश कुमार ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो शिक्षक मन लगाकर बच्चों को नहीं पढ़ाएंगे उनके लिए भविष्य में मुश्किलें आएंगी और जो अपने काम को सही तरीके से करेंगे उनके लिए बेहतर मौके आएंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आंदोलनरत नियोजित शिक्षकों को बड़ा आश्वासन दिया है। स्वतंत्रता दिवस पर पटना के गांधी मैदान में आयोजित समारोह में राज्य को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि सरकार नियोजित शिक्षकों की मांगों पर विचार करेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी संकेत दे दिए कि फिलहाल इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएससी की शिक्षक बहाली प्रक्रिया अभी चल रही है। इसके पूरे होने के बाद ही नियोजित शिक्षकों के मुद्दे पर फैसला किया जाएगा। इस पर विचार विमर्श किया जा रहा है।
बीपीएससी की 1.70 लाख पदों पर शिक्षक बहाली के लिए परीक्षा अगस्त में होनी है। इस प्रक्रिया के पूरे होने में कुछ महीने का वक्त लगना तय है। ऐसे में नियोजित शिक्षकों पर फैसला भी कुछ महीनों बाद ही आएगा। दूसरी ओर, नियोजित शिक्षकों की मांग है कि उन्हें बिना किसी शर्त के राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए। वे नीतीश सरकार की नई शिक्षक बहाली नियमावली का लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। इस संबंध में कई बार बड़े प्रदर्शन भी किए जा चुके है। पिछले महीने भी नीतीश सरकार की ओर से इस मुद्दे पर विचार करने का आश्वासन दिया गया था। पिछले दिनों सीएम नीतीश ने महागठबंधन के नेताओं के साथ बैठक करके शिक्षकों के मुद्दे पर चर्चा भी की थी। हालांकि, अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
शिक्षक मन लगाकर पढ़ाएं, नहीं तो होगी कार्रवाई ‘
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने स्वतंत्रता दिवस समारोह भाषण में कहा कि शिक्षक मन लगाकर स्कूलों में पढाएं। जो शिक्षक मन लगाकर बच्चों को पढ़ाएंगे, उनके लिए भविष्य में बेहतर मौके आएंगे। साथ ही जो ऐसा नहीं करेंगे, उनके लिए आगे की राह मुश्किल होगी। उन्होंने शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे ड्यूटी से गायब रहेंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
