दुनियाभर में खुदकुशी की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। विश्व में आत्महत्याओं का आंकड़ा काफी चिंताजनक है। लोगों में अवसाद निरंतर बढ़ रहा है। जिसके चलते कुछ लोग आत्महत्या जैसा हृदय विदारक कदम उठा बैठते हैं। आत्महत्या और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर समाज में आज जागरूकता बढ़ी है। ऐसे ही सामाजिक संवादों को बढ़ावा देने और आत्महत्या के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए जिले में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के उपलक्ष्य में 10 से 16 सितम्बर तक जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है।
इसी क्रम में जिले के डुमरिया स्थित बालिका उच्च विद्यालय में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर के दिशा निर्देश के आलोक में जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी की अध्यक्षता में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस जागरूकता अभियान का आयजन किया गया। जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी ने बताया कि वर्ष 2003 में 10 सितम्बर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आत्महत्या को रोकने के लिए गैर सरकारी संगठन और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर एक साझा पहल शुरू की थी। 2003 से आज तक, हर साल 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इस दिवस के माध्यम से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम, समर्थन अभियान, सामाजिक संवाद, और शैक्षिक प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। जिनका मुख्य उद्देश्य आत्महत्या को रोकना और आत्महत्या से पीड़ित व्यक्तिओं को सहायता प्रदान करना होता है। उक्त कार्यक्रम में एनसीडी समन्वयक नवाज शरीफ विद्यालय के प्रधानाध्यापक के साथ सभी शिक्षक एवं छात्रा उपस्थित हुई।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
दुनियाभर में खुदकुशी की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। विश्व में आत्महत्याओं का आंकड़ा काफी चिंताजनक है। लोगों में अवसाद निरंतर बढ़ रहा है। जिसके चलते कुछ लोग आत्महत्या जैसा हृदय विदारक कदम उठा बैठते हैं। आत्महत्या और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर समाज में आज जागरूकता बढ़ी है। ऐसे ही सामाजिक संवादों को बढ़ावा देने और आत्महत्या के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए जिले में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के उपलक्ष्य में 10 से 16 सितम्बर तक जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है।
इसी क्रम में जिले के डुमरिया स्थित बालिका उच्च विद्यालय में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर के दिशा निर्देश के आलोक में जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी की अध्यक्षता में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस जागरूकता अभियान का आयजन किया गया। जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी ने बताया कि वर्ष 2003 में 10 सितम्बर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आत्महत्या को रोकने के लिए गैर सरकारी संगठन और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर एक साझा पहल शुरू की थी। 2003 से आज तक, हर साल 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इस दिवस के माध्यम से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम, समर्थन अभियान, सामाजिक संवाद, और शैक्षिक प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। जिनका मुख्य उद्देश्य आत्महत्या को रोकना और आत्महत्या से पीड़ित व्यक्तिओं को सहायता प्रदान करना होता है। उक्त कार्यक्रम में एनसीडी समन्वयक नवाज शरीफ विद्यालय के प्रधानाध्यापक के साथ सभी शिक्षक एवं छात्रा उपस्थित हुई।
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