सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार की राजधानी पटना के खुसरूपुर इलाक़े में एक दलित महिला ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों ने उन्हें निर्वस्त्र कर मारपीट की है। इस महिला का आरोप है कि दो साल पहले डेढ़ हज़ार का कर्ज़ चुका देने के बाद अब उनसे इसका सूद मांगा जा रहा था। आरोप के मुताबिक़ सूद देने से इनकार करने पर महिला को निवर्स्त्र कर मारपीट की और चेहरे पर पेशाब भी कर दिया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है।
पटना ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बीबीसी को बताया है कि मामले के मुख्य नामज़द अभियुक्त प्रमोद सिंह को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। उनके बेटे की तलाश जारी है। इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआई को उन्होंने बताया था कि पुलिस अभियुक्तों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस की जांच में पैसे के लेन-देन के विवाद और मारपीट की पुष्टि हुई है, लेकिन बाक़ी जो आरोप लगाए गए हैं, उनकी जांच की जा रही है।
निर्वस्त्र कर पीटने का आरोप
पटना शहर से क़रीब 50 किलोमीटर दूर खुसरूपुर के मोसिमपुर गाँव की ये घटना है। जब मीडिया पीड़िता के घर पहुंची तो देखा कि उनके सिर पर पट्टी बंधी हुई है। उनके आसपास चार-पांच लोग बैठे हुए थे। पीड़ित महिला बात करने की हालत में नहीं थीं, लेकिन उनके एक रिश्तेदार के मुताबिक़ गांव के ही कुछ दबंगों से इलाज के लिए पीड़ित महिला ने दो साल पहले डेढ़ हज़ार रुपये कर्ज़ के तौर पर लिए थे।
आरोप है कि उसी रक़म के सूद की वसूली के लिए उनके साथ ऐसा किया गया है। घरवालों का दावा है कि कर्ज़ लेने के कुछ दिनों बाद पैसे आते ही उन्होंने कर्ज़दारों को सूद समेत सारे पैसे वापस कर दिए थे। घरवालों के आरोपों के मुताबिक़ पिछले हफ़्ते गुरुवार यानी 21 सितंबर को मोसिमपुर गांव के ही एक व्यक्ति ने दो साल पहले दिए गए रुपयों के बदले महिला से सूद की मांग की। पीड़ित महिला ने यह कहकर सूद देने से इनकार कर दिया पहले कभी सूद बाक़ी होने के बारे में क्यों नहीं बताया।
पीड़ित महिला के जेठ यानी पति के बड़े भाई ने बीबीसी को बताया, “महिला के इनकार के बाद मुख्य अभियुक्त प्रमोद सिंह ने उन पर ईंट से वार किया और भाग गया। उसके बाद महिला ने ख़ुद पुलिस को फ़ोन कर इसकी सूचना दी। इसी पर दबंग लोग फिर से आए और कपड़े उतारकर पीटने की धमकी दी।”
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक़ शनिवार रात क़रीब दस बजे सूद मांगने वाले प्रमोद सिंह और उनके बेटे ने पीड़ित महिला को धोखे से अपने घर बुलाया। उनसे अभियुक्तों ने कहा कि उनके पति को बंधक बनाकर रखा है। इस बात पर महिला उनके घर की तरफ चली गई, जहां उनके साथ मारपीट की गई और निर्वस्त्र किया गया।
मोसिमपुर गांव की आबादी क़रीब तीन हज़ार है। यहाँ सबसे बड़ी आबादी यादवों की है। इसके अलावा गांव में दलित, निषाद और मुस्लिम भी हैं। दलित महिला के साथ मारपीट करने वाला अभियुक्त यादव परिवार से है।
गाँव के लोग ख़ामोश
महिला के जेठ ने बताया कि पीड़ित महिला जब वहाँ से जान बचाकर भाग रही थी तब उनकी पत्नी और गाँव की बाक़ी महिलाओं ने उन्हें कपड़ों से ढंक लिया। महिला के परिवार वालों के मुताबिक़ मुख्य अभियुक्त प्रमोद सिंह के बेटे ने महिला पर पेशाब भी किया।
उसके बाद पीड़ित परिवार ने 112 नंबर पर फ़ोन कर पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस अपनी गाड़ी से महिला का प्राथमिक उपचार कराने ले गई। आरोप लगने के बाद से ही अभियुक्त प्रमोद सिंह और उनका बेटा फ़रार हो गया। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। गांव वालों से पूछने पर गांव वाले मौन रहे। पुलिस के बार बार पूछने पर भी गांव वालों ने अपना मुंह नहीं खोला।