सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
सेना ने एक बयान जारी कर बताया कि उत्तरी सिक्किम में लहोनक झील पर अचानक बादल फटने के कारण लाचेन घाटी के पास स्थित तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। इसके अलावा चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नीचे की ओर 15-20 फीट की ऊंचाई तक जलस्तर अचानक बढ़ गया। इससे सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन प्रभावित हो गए। बाढ़ के बाद बारदांग में सेना के 23 जवान लापता होने की सूचना मिली है और कुछ वाहनों के कीचड़ में डूबे होने की भी खबर है। फिलहाल तलाशी अभियान जारी है। बाढ़ देर रात क़रीब एक बजकर 30 मिनट पर आई।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की एक जानकारी के अनुसार, मंगलवार आधी रात को उत्तरी सिक्किम में लहनोत में झील का जल स्तर बढ़ गया। यह सीडब्ल्यूसी मेली एफएफ साइट को पार कर गया। इसके बाद सुबह 6 बजे खतरे के स्तर से लगभग 3 मीटर ऊपर 227 मीटर मापी गई।
सीडब्ल्यूसी के अनुसार, भारत और बांग्लादेश दोनों के लिए एक साथ बाढ़ का पूर्वानुमान 6 बजे से दो बजे तक लगाया गया था। जबकि दोमोहनी एफएफ स्टेशन पर तीस्ता नदी चेतावनी स्तर से नीचे बह रही थी। सुबह 6 बजे जल स्तर 84.83 मीटर थी और 6 घंटे के भीतर इसके चेतावनी स्तर को पार करने की आशंका जताई जा रही थी।
सिक्किम के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डीआर थापा ने कहा, “संपत्तियों को क्षति पहुंची है। सभी संस्थाओं से अपील करता हूं कि सिक्किम की मदद करें। मैंने सुबह में हालात का जायजा लिया है और दोबारा भी जायजा लूंगा।”