अग्निवीर योजना के प्रति युवाओं को आकर्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सेना की ओर से प्रखंड के बेसरबाटी पंचायत के चुरली हाट में अवस्थित राजकीय पॉलिटेक्निक किशनगंज के सभागार में आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया गया। राजकीय पॉलिटेक्निक के प्राचार्य ई चित्तरंजन कुमार की मौजूदगी में फौज भर्ती कार्यालय कटिहार के सेना भर्ती पदाधिकरी (एआरओ) मेजर हरिकृष्णा बुटला ने राजकीय पॉलिटेक्निक किशनगंज के छात्र-छात्राओं एवं एनसीसी कैडेट्स को अग्निवीर भर्ती सहित सेना के तकनीकी क्षेत्र में भर्तियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर मेजर हरिकृष्णा बुटला ने बताया कि आउटरीच प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य अग्निवीर भर्ती के प्रति युवाओं को आकर्षित एवं प्रोत्साहित कर अधिक से अधिक अभ्यर्थी आवेदन करें ताकि सेना को योग्य अग्निवीर मिल सकें। हालांकि इस बार अग्निवीर बनने के लिए पहले लिखित परीक्षा में सफल होना होगा, इसके बाद रैली में अभ्यर्थी भाग ले सकेंगे।
उन्होंने बताया कि आउटरीच प्रोग्राम के तहत सेना भर्ती कार्यालय कटिहार के अफसरों की ओर से संस्थान के युवाओं एवं एनसीसी कैडेटों को जागरूक करने के साथ ही 12वीं तक के विद्यालयों, स्नातक के युवाओं को सेना के लिए प्रेरित करने पहुंच रहे हैं। चूंकि आवेदन की उम्र 17 साल छह माह से 21 साल के बीच ही तय है। इसलिए 12वीं पास छात्रों, स्नातक के विद्यार्थियों, आईटीआई राजकीय पॉलिटेक्निक और एनसीसी के कैडैटों के बीच पहुंच रहे हैं। वही इस कार्यक्रम के दौरान सेना भर्ती कार्यालय कटिहार के सुबेदार सतेंद्र सिंह ने बताया कि इंडियन आर्मी में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों को अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में पहले नामांकित केंद्रों पर एक ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (सीईई) से गुजरना होगा। इसके बाद भर्ती रैलियों के दौरान फिजिकल फिटनेस टेस्ट और फिर मेडिकल टेस्ट आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अग्निवीर भर्ती के लिए उम्मीदवार का कम से कम 10वीं (मैट्रिक) पास होना जरूरी है। सेना में अग्निवीर की भर्ती केवल 4 साल के लिए होगी। इससे युवाओं में आगे की पढ़ाई को लेकर चिंता थी। इसे देखते हुए केंद्र का विरोध भी हुआ लेकिन स्कूली शिक्षा विभाग साथ आया और चिंता दूर हुई। स्कूली शिक्षा विभाग ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल (एनआईओएस) के जरिए 12वीं तक पढ़ाई करने का विकल्प दिया। वहीं इस मौके पर एआरओ हवलदार विजय सिंह, 35वीं बिहार बटालियन एनसीसी पूर्णिया के हवलदार अशोक कुमार, राजकीय पॉलिटेक्निक के प्राचार्य ई चितरंजन कुमार, एनसीसी के एएनओ ई उमेश कुमार, ई विनोद कुमार, ई सिकंदर कुमार, मो मेहरूब अंसारी, ई अरिंदम घोष, ई गौरव कुमार आदि संस्थान के कर्मी मौजुद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
अग्निवीर योजना के प्रति युवाओं को आकर्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सेना की ओर से प्रखंड के बेसरबाटी पंचायत के चुरली हाट में अवस्थित राजकीय पॉलिटेक्निक किशनगंज के सभागार में आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया गया। राजकीय पॉलिटेक्निक के प्राचार्य ई चित्तरंजन कुमार की मौजूदगी में फौज भर्ती कार्यालय कटिहार के सेना भर्ती पदाधिकरी (एआरओ) मेजर हरिकृष्णा बुटला ने राजकीय पॉलिटेक्निक किशनगंज के छात्र-छात्राओं एवं एनसीसी कैडेट्स को अग्निवीर भर्ती सहित सेना के तकनीकी क्षेत्र में भर्तियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर मेजर हरिकृष्णा बुटला ने बताया कि आउटरीच प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य अग्निवीर भर्ती के प्रति युवाओं को आकर्षित एवं प्रोत्साहित कर अधिक से अधिक अभ्यर्थी आवेदन करें ताकि सेना को योग्य अग्निवीर मिल सकें। हालांकि इस बार अग्निवीर बनने के लिए पहले लिखित परीक्षा में सफल होना होगा, इसके बाद रैली में अभ्यर्थी भाग ले सकेंगे।
उन्होंने बताया कि आउटरीच प्रोग्राम के तहत सेना भर्ती कार्यालय कटिहार के अफसरों की ओर से संस्थान के युवाओं एवं एनसीसी कैडेटों को जागरूक करने के साथ ही 12वीं तक के विद्यालयों, स्नातक के युवाओं को सेना के लिए प्रेरित करने पहुंच रहे हैं। चूंकि आवेदन की उम्र 17 साल छह माह से 21 साल के बीच ही तय है। इसलिए 12वीं पास छात्रों, स्नातक के विद्यार्थियों, आईटीआई राजकीय पॉलिटेक्निक और एनसीसी के कैडैटों के बीच पहुंच रहे हैं। वही इस कार्यक्रम के दौरान सेना भर्ती कार्यालय कटिहार के सुबेदार सतेंद्र सिंह ने बताया कि इंडियन आर्मी में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों को अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में पहले नामांकित केंद्रों पर एक ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (सीईई) से गुजरना होगा। इसके बाद भर्ती रैलियों के दौरान फिजिकल फिटनेस टेस्ट और फिर मेडिकल टेस्ट आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अग्निवीर भर्ती के लिए उम्मीदवार का कम से कम 10वीं (मैट्रिक) पास होना जरूरी है। सेना में अग्निवीर की भर्ती केवल 4 साल के लिए होगी। इससे युवाओं में आगे की पढ़ाई को लेकर चिंता थी। इसे देखते हुए केंद्र का विरोध भी हुआ लेकिन स्कूली शिक्षा विभाग साथ आया और चिंता दूर हुई। स्कूली शिक्षा विभाग ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल (एनआईओएस) के जरिए 12वीं तक पढ़ाई करने का विकल्प दिया। वहीं इस मौके पर एआरओ हवलदार विजय सिंह, 35वीं बिहार बटालियन एनसीसी पूर्णिया के हवलदार अशोक कुमार, राजकीय पॉलिटेक्निक के प्राचार्य ई चितरंजन कुमार, एनसीसी के एएनओ ई उमेश कुमार, ई विनोद कुमार, ई सिकंदर कुमार, मो मेहरूब अंसारी, ई अरिंदम घोष, ई गौरव कुमार आदि संस्थान के कर्मी मौजुद थे।
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