पांच हजार 51 दीपों की जगमग से इठलाया परमान नदी का त्रिसूलिया घाट, विहिप की पहल पर परमान नदी के त्रिसूलिया घाट पर तीसरे वर्ष भी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आयोजित की गई देव दीपावली व महाआरती।
काशी के तर्ज पर तीन वर्ष से जिला मुख्यालय में शुरू हुई देव दीपावली पर महाआरती में सोमवार की संध्या दीपों की कतारों से जगमग परमान नदी के त्रिसूलिया घाट की छटा देखते ही बन रही थी। परमान नदी के शांत जल में दिख रही दीपों की रोशनी के इस अनुपम व अद्भुत नजारे को नजरों में कैद करने को लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। छटा कुछ इस कदर बिखर रही थी मानों कि पंक्तिबद्ध दीपों से बनी धरा की इस आभा को देख आसमान के तारे भी जैसे सकुचा रहे हों। विगत वर्ष की तरह इस साल भी अररिया में देव दीपावली उमंग व उत्साह के साथ मनाई गई। दीपों के जलते ही ऐसी अनुपम छटा दिखी मानों आसमान से चमकते सितारे जमीं पर उतर आए हों। इस दौरान परमान नदी के त्रिसूलिया घाट तट पर पूरे विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ देव दीपावली मनाई गई। विश्व हिंदू परिषद जिला इकाई द्वारा आयोजित महाआरती में 5,051 दीप जलाए गए व बनारस से आए 05 पुरोहित द्वारा अलग-अलग मंच पर महादीप से एक साथ पूरे मंत्रोच्चारण के साथ महाआरती का आयोजन किया गया। आयोजनकर्त्ता ने बताया कि अररिया मुख्यालय में देव दीपावली का यह कार्यक्रम 3वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। जिसमें समस्त सनातनी धर्म प्रेमी का काफी सहयोग रहता है। बनारस से पहुंचे 05 पंडितों द्वारा महाआरती संपन्न कराई गई. फूलों व रंग-बिरंगी गुलाल से बनी स्वास्तिक, जय श्री राम, ॐ की आकृति में जलते इन दीपों से जगमगाता परमान नदी का त्रिसूलिया घाट बेहद खूबसूरत व भव्य नजारा लग रहा था।
शंखनाद के साथ हुई महाआरती की शुरुआत:
करीब 45 मिनट तक चली महाआरती प्रारंभ शंखनाद से हुआ। वहीं बनारस से आए पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देव दीपावली की पूजा की। इधर संघ के सदस्यों की ओर से पूरे विधि-विधान के साथ परमान नदी की महाआरती की गई। वातावरण में गूंजते वैदिक मंत्रोच्चार में हाथों की थाप व प्रज्वलित दीपों के बीच परमान नदी तट पर मौजूद सभी लोग आस्था के सागर में सराबोर नजर आए। देव दीपावली के दर्शन के लिए पूरा त्रिसूलिया घाट भगवा पताकों व रंग-बिरंगे लाइटों से सजाया गया था। साथ ही जय श्रीराम व हर हर महादेव से परमान नदी का त्रिसूलिया घाट पूरा गुंजायमान रहा। महिलाओं-बच्चों व श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी था। परमान नदी पर बने बड़े पुल पर भी हजारों महिला पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। आगंतुक भक्तों के लिए विहिप की ओर से बैठने की विशेष व्यवस्था की गई थी। हर तबके के कई लोगों ने दीप जलाये व पूजा-अर्चना की। पुष्प-पताकों से सजी 05 चौकियां व उस पर भिन्न भिन्न महाआरती का दीप लिए बनारस के पुरोहित आकर्षण का केंद्र बिंदु बने हुए थे। बनारस से आए पांचों पुरोहितों सहित विहिप व श्रद्धालु सभी महाआरती में लीन दिखे।
महिलाओं की टोली कर रही थी मार्गदर्शन:
देव दीपावली के अवसर पर दीप जलाने के लिए पहुंची माताओं व बहनों की भीड़ को संभालने के लिए विहिप ने महिलाओं की एक अलग से टोली बनाई थी। जो सबका मार्गदर्शन कर रही थी। इस मौके पर दीपावली के दिव्य दर्शन के लिए भी हजारों की संख्या में महिलाएं पहुंची हुई थी। जिन्हें व्यवस्थित ढंग से बैठाने में भी विहिप की महिला टोली सक्रिय रही। महिला टोली के जिम्मे जहां दीप जलाने के लिए माताओं व बहनों को कतारबद्ध करने का दायित्व था। वहीं शांति बनाए रखने की भी जिम्मेदारी थी। जिसका हर महिला ने पूरी निष्ठा के साथ निर्वाह किया।
भगवा कुर्ता, उजला पायजामा, गले में पीला गमछा कार्यकर्ताओं की थी पहचान:
सफेद पायजामा के साथ पीला कुर्ता पहने व गले में पीला गमछा धारण विहिप सदस्य देव दीपावली के इस धार्मिक व आध्यात्मिक अनुष्ठान महाआरती की शोभा बढ़ा रहे थे। हालांकि वे अलग-अलग मिली जिम्मेदारियों के तहत इस आयोजन की व्यवस्था संभाल रहे थे। लेकिन उनका यह गणवेश सबको आकर्षित कर रहा था। विहिप जिला इकाई के उपाध्यक्ष संतोष झा व जिला मंत्री शुभम कुमार चौधरी, राहुल झा इस आयोजन की मॉनीटरिंग स्वयं कर रहे थे। जबकि रौशन दुबे सहित दर्जनों सदस्य कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय रहे। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जहां संघ के सदस्य जुटे रहे। वहीं नगर थाना से अपर थानाध्यक्ष सुनील कुमार मंडल, एसआइ अरविंद सिंह सहित दर्जनों सदल-बल उपद्रवियों के लिए तैनात दिखे। विहिप ने पहले से ही दूर हट कर पार्किंगका इंतज़ाम किया गया था। जिससे लोगों को घाट तक पहुंचने में परेशानी नहीं हुई। महाआरती में सैकड़ों की संख्या में पुरुष-महिला व बच्चे उपस्थित थे।
मुख्य रूप से अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण झा, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष सुराना, भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अकेला, अररिया नप के उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह, नागेंद्र झा, मथुरा बाबा, मोहिनी देवी मेमोरियल ट्रस्ट व विद्यालय के निदेशक संजय प्रधान उपस्थित थे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, अररिया।
काशी के तर्ज पर तीन वर्ष से जिला मुख्यालय में शुरू हुई देव दीपावली पर महाआरती में सोमवार की संध्या दीपों की कतारों से जगमग परमान नदी के त्रिसूलिया घाट की छटा देखते ही बन रही थी। परमान नदी के शांत जल में दिख रही दीपों की रोशनी के इस अनुपम व अद्भुत नजारे को नजरों में कैद करने को लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। छटा कुछ इस कदर बिखर रही थी मानों कि पंक्तिबद्ध दीपों से बनी धरा की इस आभा को देख आसमान के तारे भी जैसे सकुचा रहे हों। विगत वर्ष की तरह इस साल भी अररिया में देव दीपावली उमंग व उत्साह के साथ मनाई गई। दीपों के जलते ही ऐसी अनुपम छटा दिखी मानों आसमान से चमकते सितारे जमीं पर उतर आए हों। इस दौरान परमान नदी के त्रिसूलिया घाट तट पर पूरे विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ देव दीपावली मनाई गई। विश्व हिंदू परिषद जिला इकाई द्वारा आयोजित महाआरती में 5,051 दीप जलाए गए व बनारस से आए 05 पुरोहित द्वारा अलग-अलग मंच पर महादीप से एक साथ पूरे मंत्रोच्चारण के साथ महाआरती का आयोजन किया गया। आयोजनकर्त्ता ने बताया कि अररिया मुख्यालय में देव दीपावली का यह कार्यक्रम 3वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। जिसमें समस्त सनातनी धर्म प्रेमी का काफी सहयोग रहता है। बनारस से पहुंचे 05 पंडितों द्वारा महाआरती संपन्न कराई गई. फूलों व रंग-बिरंगी गुलाल से बनी स्वास्तिक, जय श्री राम, ॐ की आकृति में जलते इन दीपों से जगमगाता परमान नदी का त्रिसूलिया घाट बेहद खूबसूरत व भव्य नजारा लग रहा था।
शंखनाद के साथ हुई महाआरती की शुरुआत:
करीब 45 मिनट तक चली महाआरती प्रारंभ शंखनाद से हुआ। वहीं बनारस से आए पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देव दीपावली की पूजा की। इधर संघ के सदस्यों की ओर से पूरे विधि-विधान के साथ परमान नदी की महाआरती की गई। वातावरण में गूंजते वैदिक मंत्रोच्चार में हाथों की थाप व प्रज्वलित दीपों के बीच परमान नदी तट पर मौजूद सभी लोग आस्था के सागर में सराबोर नजर आए। देव दीपावली के दर्शन के लिए पूरा त्रिसूलिया घाट भगवा पताकों व रंग-बिरंगे लाइटों से सजाया गया था। साथ ही जय श्रीराम व हर हर महादेव से परमान नदी का त्रिसूलिया घाट पूरा गुंजायमान रहा। महिलाओं-बच्चों व श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी था। परमान नदी पर बने बड़े पुल पर भी हजारों महिला पुरुष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। आगंतुक भक्तों के लिए विहिप की ओर से बैठने की विशेष व्यवस्था की गई थी। हर तबके के कई लोगों ने दीप जलाये व पूजा-अर्चना की। पुष्प-पताकों से सजी 05 चौकियां व उस पर भिन्न भिन्न महाआरती का दीप लिए बनारस के पुरोहित आकर्षण का केंद्र बिंदु बने हुए थे। बनारस से आए पांचों पुरोहितों सहित विहिप व श्रद्धालु सभी महाआरती में लीन दिखे।
महिलाओं की टोली कर रही थी मार्गदर्शन:
देव दीपावली के अवसर पर दीप जलाने के लिए पहुंची माताओं व बहनों की भीड़ को संभालने के लिए विहिप ने महिलाओं की एक अलग से टोली बनाई थी। जो सबका मार्गदर्शन कर रही थी। इस मौके पर दीपावली के दिव्य दर्शन के लिए भी हजारों की संख्या में महिलाएं पहुंची हुई थी। जिन्हें व्यवस्थित ढंग से बैठाने में भी विहिप की महिला टोली सक्रिय रही। महिला टोली के जिम्मे जहां दीप जलाने के लिए माताओं व बहनों को कतारबद्ध करने का दायित्व था। वहीं शांति बनाए रखने की भी जिम्मेदारी थी। जिसका हर महिला ने पूरी निष्ठा के साथ निर्वाह किया।
भगवा कुर्ता, उजला पायजामा, गले में पीला गमछा कार्यकर्ताओं की थी पहचान:
सफेद पायजामा के साथ पीला कुर्ता पहने व गले में पीला गमछा धारण विहिप सदस्य देव दीपावली के इस धार्मिक व आध्यात्मिक अनुष्ठान महाआरती की शोभा बढ़ा रहे थे। हालांकि वे अलग-अलग मिली जिम्मेदारियों के तहत इस आयोजन की व्यवस्था संभाल रहे थे। लेकिन उनका यह गणवेश सबको आकर्षित कर रहा था। विहिप जिला इकाई के उपाध्यक्ष संतोष झा व जिला मंत्री शुभम कुमार चौधरी, राहुल झा इस आयोजन की मॉनीटरिंग स्वयं कर रहे थे। जबकि रौशन दुबे सहित दर्जनों सदस्य कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय रहे। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जहां संघ के सदस्य जुटे रहे। वहीं नगर थाना से अपर थानाध्यक्ष सुनील कुमार मंडल, एसआइ अरविंद सिंह सहित दर्जनों सदल-बल उपद्रवियों के लिए तैनात दिखे। विहिप ने पहले से ही दूर हट कर पार्किंगका इंतज़ाम किया गया था। जिससे लोगों को घाट तक पहुंचने में परेशानी नहीं हुई। महाआरती में सैकड़ों की संख्या में पुरुष-महिला व बच्चे उपस्थित थे।
मुख्य रूप से अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण झा, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष सुराना, भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अकेला, अररिया नप के उप मुख्य पार्षद गौतम कुमार साह, नागेंद्र झा, मथुरा बाबा, मोहिनी देवी मेमोरियल ट्रस्ट व विद्यालय के निदेशक संजय प्रधान उपस्थित थे।