राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद नक्सलबाड़ी के हाथीघिसा के सेबदेल्लाजोत में पीने के पानी का काम शुरू हो गया है। बुधवार को बागडोगरा हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद गांव में पानी की टंकी पहुंची। मिली जानकारी के अनुसार गांव के लोगों ने पेयजल की समस्या को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया था। जनहित मामले में जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय के निर्देश के बाद जनवरी माह में पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन का काम जोर – शोर से शुरू हो गया है। लोक स्वास्थ्य एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तत्वावधान में पाइपलाइन का काम शुरू होने से ग्रामीण खुश हैं। स्थानीय निवासियों ने कहा कि वे टंकी से आने वाले पानी ले रहे हैं। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। वहीं स्थानीय दीपू हलदार ने बताया इस इलाके में 1200 से अधिक आबादी है और सभी नदी का पानी पीकर ही गुजर बसर कर कर रहे थे। गाव में पानी की सुविधा नहीं होने से यहां के लोगों में काफी रोष था। इस इलाके में पानी का नामो निशान नहीं था। उन्होंने कहा इस गांव के लोग जब दूसरों स्थानों पर पेयजल की सुविधा देखते हैं तो सरकार के साथ साथ अपनी किस्मत को भी कोसते हैं। पेयजल के अभाव में यहां के लोग नदी के पानी पीने को मजबूर थे। लेकिन अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद काम शुरू होने से इलाके के लोगों में काफी खुशी का माहौल है।
सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद नक्सलबाड़ी के हाथीघिसा के सेबदेल्लाजोत में पीने के पानी का काम शुरू हो गया है। बुधवार को बागडोगरा हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद गांव में पानी की टंकी पहुंची। मिली जानकारी के अनुसार गांव के लोगों ने पेयजल की समस्या को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया था। जनहित मामले में जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय के निर्देश के बाद जनवरी माह में पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन का काम जोर – शोर से शुरू हो गया है। लोक स्वास्थ्य एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तत्वावधान में पाइपलाइन का काम शुरू होने से ग्रामीण खुश हैं। स्थानीय निवासियों ने कहा कि वे टंकी से आने वाले पानी ले रहे हैं। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। वहीं स्थानीय दीपू हलदार ने बताया इस इलाके में 1200 से अधिक आबादी है और सभी नदी का पानी पीकर ही गुजर बसर कर कर रहे थे। गाव में पानी की सुविधा नहीं होने से यहां के लोगों में काफी रोष था। इस इलाके में पानी का नामो निशान नहीं था। उन्होंने कहा इस गांव के लोग जब दूसरों स्थानों पर पेयजल की सुविधा देखते हैं तो सरकार के साथ साथ अपनी किस्मत को भी कोसते हैं। पेयजल के अभाव में यहां के लोग नदी के पानी पीने को मजबूर थे। लेकिन अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद काम शुरू होने से इलाके के लोगों में काफी खुशी का माहौल है।
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