श्री राम जन्मभूमि अयोध्या के लिए पैदल यात्रा पर निकले दो सनातनी राम भक्त गुरुवार की देर रात्रि असाम से अररिया काली मंदिर पहुंचे जहां स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने दोनों राम भक्तों का अभिवादन किया। दोनों रामभक्त 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेंगे और अपनी सेवा देंगे। बिट्टू मालाकार और पारस मालाकार गुरुवार की देर रात्रि को 36 वे दिन आसाम से अपने अराध्य देव भगवान राम की नगरी अयोध्या के लिए निकले है, जो गुरुवार की रात्रि अररिया पहुंचे हैं। दोनों युवक अपने साथ तिरंगा और प्रभु श्रीराम के झंडे साथ लेकर चल रहे है। दोनों युवक अपने 1500 किमी के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रतिदिन 40 से 35 किमी की दूरी तय कर रहे हैं। असाम केनॉर्थ लखीमपुर से अयोध्या की दूरी लगभग 1500 किलोमीटर है। जनवरी महीने में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए पैदल अपने घर से निकले हुए हैं। दोनों ने बताया कि रात्रि में किसी मंदिर या सनातनी के घर विश्राम करते हैं। रास्ते में कई सनातन प्रेमी इनका स्वागत करते भी दिख रहें हैं। इसी दौरान गुरुवार की देर रात्रि दोनों युवक आसाम से अपनी पैदल यात्रा करते हुए 36 दिनों बाद अररिया पहुंचे जहां उन दोनों युवकों को पैदल देख और पीठ पर बांधे लगेज और भगवान श्री राम और तिरंगा झंडा को देख कर जय श्री राम के नारे लगने लगे, इस दौरान स्थानीय लोगों और जन प्रतिनिधियों ने दोनों युवकों का भव्य स्वागत किया। मौके पर रंजीत दास, मूचू पासवान, संतोष झा, रवि झा, काली पासवान सहित दर्जनों लोगों ने दोनों राम भक्तों का स्वागत करते हुए आगे के सफर हेतू हौसला अफजाई की।
सारस न्यूज़, अररिया।
श्री राम जन्मभूमि अयोध्या के लिए पैदल यात्रा पर निकले दो सनातनी राम भक्त गुरुवार की देर रात्रि असाम से अररिया काली मंदिर पहुंचे जहां स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने दोनों राम भक्तों का अभिवादन किया। दोनों रामभक्त 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेंगे और अपनी सेवा देंगे। बिट्टू मालाकार और पारस मालाकार गुरुवार की देर रात्रि को 36 वे दिन आसाम से अपने अराध्य देव भगवान राम की नगरी अयोध्या के लिए निकले है, जो गुरुवार की रात्रि अररिया पहुंचे हैं। दोनों युवक अपने साथ तिरंगा और प्रभु श्रीराम के झंडे साथ लेकर चल रहे है। दोनों युवक अपने 1500 किमी के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रतिदिन 40 से 35 किमी की दूरी तय कर रहे हैं। असाम केनॉर्थ लखीमपुर से अयोध्या की दूरी लगभग 1500 किलोमीटर है। जनवरी महीने में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए पैदल अपने घर से निकले हुए हैं। दोनों ने बताया कि रात्रि में किसी मंदिर या सनातनी के घर विश्राम करते हैं। रास्ते में कई सनातन प्रेमी इनका स्वागत करते भी दिख रहें हैं। इसी दौरान गुरुवार की देर रात्रि दोनों युवक आसाम से अपनी पैदल यात्रा करते हुए 36 दिनों बाद अररिया पहुंचे जहां उन दोनों युवकों को पैदल देख और पीठ पर बांधे लगेज और भगवान श्री राम और तिरंगा झंडा को देख कर जय श्री राम के नारे लगने लगे, इस दौरान स्थानीय लोगों और जन प्रतिनिधियों ने दोनों युवकों का भव्य स्वागत किया। मौके पर रंजीत दास, मूचू पासवान, संतोष झा, रवि झा, काली पासवान सहित दर्जनों लोगों ने दोनों राम भक्तों का स्वागत करते हुए आगे के सफर हेतू हौसला अफजाई की।
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