शादी का शुभ मुहूर्त 16 जनवरी से शुरू हो गया है। खरमास के खत्म होने के साथ ही शहनाई गूंजने लगी। शादी के मुहूर्त इस वर्ष कम पड़ रहे हैं। आचार्य पं शिवादित्य पांडे ने बताया कि जनवरी, फरवरी व मार्च में ही सबसे ज्यादा शादी के 39 मुहूर्त हैं। बाकी माह में 28 ही लग्न बन रहे हैं। जबकि 23 साल बाद शुक्र के अस्त होने से मई व जून में शहनाई नहीं गूंजेगी। सबसे कम अप्रैल व अक्तूबर में 11 है। हालांकि नवंबर में 09 मुहूर्त है। इस बार कुल 67 दिन ही लग्न बन रहे हैं। 23 साल बाद ऐसी स्थित आई है।
फरवरी तक शादी का बेहतर मौका:
पंचांगों के अनुसार इस बार साल के शुरू में 03 माह में ही शादी के मुहूर्त बन रहे हैं। बाकी माह में पांच से नौ ही लग्न है। सबसे अधिक 20 मुहूर्त फरवरी में है। आचार्य भीष्म शंकर पांडे के अनुसार सन 2000 में भी मई व जून में विवाह मुहूर्त नहीं थे। शुक्र के अस्त होने के कारण विवाह का आयोजन नहीं हो सका था। इस साल भी यही स्थिति है। शुक्र के उदित होने के बाद ही जुलाई में मुहूर्त शुरू होंगे। पिछले साल कुल 81 दिन विवाह मुहूर्त थे। जबकि इस बार मांगलिक कार्यों के लिए कुल 67 दिन ही शुभ मुहूर्त हैं।
नवंबर में 16, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 28 मुहूर्त की तिथि है।
शादी का शुभ मुहूर्त 16 जनवरी से शुरू हो गया है। खरमास के खत्म होने के साथ ही शहनाई गूंजने लगी। शादी के मुहूर्त इस वर्ष कम पड़ रहे हैं। आचार्य पं शिवादित्य पांडे ने बताया कि जनवरी, फरवरी व मार्च में ही सबसे ज्यादा शादी के 39 मुहूर्त हैं। बाकी माह में 28 ही लग्न बन रहे हैं। जबकि 23 साल बाद शुक्र के अस्त होने से मई व जून में शहनाई नहीं गूंजेगी। सबसे कम अप्रैल व अक्तूबर में 11 है। हालांकि नवंबर में 09 मुहूर्त है। इस बार कुल 67 दिन ही लग्न बन रहे हैं। 23 साल बाद ऐसी स्थित आई है।
फरवरी तक शादी का बेहतर मौका:
पंचांगों के अनुसार इस बार साल के शुरू में 03 माह में ही शादी के मुहूर्त बन रहे हैं। बाकी माह में पांच से नौ ही लग्न है। सबसे अधिक 20 मुहूर्त फरवरी में है। आचार्य भीष्म शंकर पांडे के अनुसार सन 2000 में भी मई व जून में विवाह मुहूर्त नहीं थे। शुक्र के अस्त होने के कारण विवाह का आयोजन नहीं हो सका था। इस साल भी यही स्थिति है। शुक्र के उदित होने के बाद ही जुलाई में मुहूर्त शुरू होंगे। पिछले साल कुल 81 दिन विवाह मुहूर्त थे। जबकि इस बार मांगलिक कार्यों के लिए कुल 67 दिन ही शुभ मुहूर्त हैं।
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