सारस न्यूज, किशनगंज।
19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज अंतर्गत पाठामारी डी समवाए के कामतबस्ती ओपी ड्यूटी बदली के दौरान आरक्षी (सामान्य) पवार विशाल जय सिंह एवं एम. विद्यासागर ने एक नेपाली नागरिक के चेहरे पर मुस्कान लौटाई। शनिवार को एक नेपाली नागरिक का गुम हुआ पर्स उन्हें बुलाकर सौंप दिया गया है।
एसएसबी के अधिकारी ने बताया कि पाठामारी डी समवाए के कामतबस्ती ओपी ड्यूटी बदली के दौरान आरक्षी (सामान्य) पवार विशाल जय सिंह एवं एम. विद्यासागर वापस सीमा चौकी लौट रहे थे कि रास्ते में उन्होंने एक काले रंग का संदिग्ध लावारिस पर्स पड़ा देखा और उसके आसपास कोई नहीं था। दोनों कार्मिकों द्वारा पर्स को संदिग्ध हालत में पड़ा देख और उसके आसपास किसी भी व्यक्ति के न होने के कारण पर्स को तलाशी के लिए सीमा चौकी कामतबस्ती लाया गया और सीमा चौकी प्रभारी उप निरीक्षक महेंद्र सिंह को सारी बात बताई, तत्पश्चात सीमा चौकी प्रभारी द्वारा समस्त कार्मिकों के समक्ष संदिग्ध लावारिस पर्स को तलाशी हेतु खोला गया और पाया कि उसमें 1720 भारतीय मुद्रा और 2895 रुपए नेपाली मुद्रा थी। पर्स के बारे में आसपास के लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि उक्त पर्स बाबुल खान का है, जो कि (पाठामारी) नेपाल का रहने वाला है । तत्पश्चात स्थानीय लोगों की मदद से उसे बुलाया गया और ग्राम प्रधान, स्थानीय निवासियों और नेपाली नागरिकों के समक्ष पर्स की सम्पूर्ण जानकारी तथा पुष्टि करने के पश्चात पर्स को उक्त व्यक्ति को सुपुर्द किया गया। इस नेक कार्य हेतु समस्त स्थानीय ग्रामवासियों एवं नेपाल के गांव पाठामारी के लोगों ने कामतबस्ती के समस्त कार्मिकों का धन्यवाद ज्ञापित किया और वाहिनी के कमांडेंट स्वर्णजीत शर्मा ने भी कामतबस्ती के कार्मिकों की इस ईमानदारी पूर्ण कार्य हेतु प्रशंसा की।