सारस न्यूज़, किशनगंज।
शहर के गली मोहल्ले के साथ ही साथ मुख्य सड़कों पर भी इ रिक्शा का बोझ बढ़ता जा रहा है, जिससे कि रोजाना जाम की समस्या आम बात हो गयी है। इसमें परिवहन विभाग सहित अन्य विभागों की लापरवाही भी स्पष्ट दिखाई दे रही है। जहां कई नाबालिकों ने इ रिक्शों के हैंडल थाम रखे हैं साथ ही साथ शहर की सड़कों पर बेरोकटोक वाहनों को सरपट दौड़ा रहे हैं।
वहीँ बगैर लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन के वाहन के साथ यह समस्या भी विभाग की दरियादिली का उदाहरण बना हुआ है। सूत्रों की माने तो इसमें कई पैसे वाले लोगों की लापरवाही है कि वे मोटी कमाई के लिए कई इ रिक्शे का परिचालन शहर में कराते हैं। यह बालिग, नाबालिग या अनट्रेंड कैसे भी लोगों को इ रिक्शे की कमान सौंप देते हैं। नाबालिग हाथों में किराये पर इ रिक्शा की चाबी सौंप देते हैं साथ ही साथ उससे रोजाना तीन सौ से चार सौ रूपये वसूलते हैं। शहर में सैकड़ों की तादाद में सड़कों पर दौडती इ रिक्शा लोगों की परेशानी के साथ ही शहर में जाम का मुख्य कारण बन चुकी है। वहीँ सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में अधिकारी केवल खानापूर्ति भरे आदेश पारित कर जिम्मेदारी से इतिश्री कर लेते हैं। वहीँ शहर में आए दिन इ रिक्शा के पलटने के साथ ही दुर्घटना की खबरें आती रहती है। वहीँ बिना वैध लाइसेंस के वाहनो के परिचालन पर विभाग की चुप्पी कई सवालों को जन्म दे रही है। परिवहन विभाग के अधिकारी केवल खानापूर्ति कर विभागीय कार्य संचालित करने में व्यस्त हैं। वहीँ विभाग के पास कितने इ रिक्शा शहर में संचालित हैं इसका ब्यौरा तक नहीं है जिससे कि राजस्व का काफी नुकसान भी सरकार को हो रहा है।