अररिया लोकसभा के निर्दलीय प्रत्याशी सह पूर्व डीएसपी डॉ अखिलेश कुमार को एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष रहमत अली ने अपना पूर्ण समर्थन दिया है। हालांकि सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक के पोस्ट के अनुसार एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल इमान ने अपने जिला अध्यक्ष के इस बयान का पूरी तरह से खंडन करते हुए इसे गलत बताया, कहा पार्टी का यह फैसला नहीं है।
इससे पूर्व, निर्दलीय प्रत्याशी सह पूर्व डीएसपी अखिलेश कुमार के संदर्भ में एआईएमआईएम के जिला अध्यक्ष रहमत अली ने अपने निज निवास सोनापुर में एक प्रेस वार्ता कर अपने समर्थकों को बताया कि निर्दलीय प्रत्याशी डॉ अखिलेश को जिताने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे। एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष ने कहा कि एनडीए के उम्मीदवार व उनके कार्यशैली से जनता खुश नहीं है। हर जगह विरोध का सामना करना पड़ता है। वहीं महागठबंधन के उम्मीदवार अपने परिवारिक लड़ाई में उलझे हैं। अररिया की जनता की चाहत है कि डॉ अखिलेश कुमार सांसद के रूप में आए व अररिया का चौतरफा विकास करें।
डॉ अखिलेश ने सारस न्यूज से बातचीत में बताया कि जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है, हम जन सहयोग से चुनाव लड़ रहे हैं। हम प्रदीप सिंह व शाहनवाज समेत अन्य प्रत्याशियों को कहना चाहते हैं कि मेरा समर्थन कीजिए। मैं काम करके दिखाऊंगा। यदि 06 महीने के अंदर बदलाव नहीं आया तो मैं इस्तीफा देकर चला जाऊंगा।
अररिया लोकसभा चुनाव में एआईएमआईएम किसी का नहीं कर रही समर्थन – प्रदेश अध्यक्ष। ऑल इंडिया मजलिसे इत्तहादुल मुस्लामिन अररिया लोकसभा चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को अपना समर्थन नहीं दे रही है। ये बातें अमौर के विधायक व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहीं। जब उनसे यह पूछा गया कि आपके जिलाध्यक्ष द्वारा यह प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि उनकी पार्टी निर्दलीय प्रत्याशी प्रो अखिलेश कुमार को अपना समर्थन दे रही है। उसी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने बताया की पार्टी की ओर से ऐसा कोई समर्थन किसी को नहीं दिया गया है। साथ हीं पार्टी के वरिष्ठ नेता राशिद अनवर ने कहा कि यह बिल्कुल गलत व भ्रामक बातें है। किसको समर्थन देना है या नहीं देना है वो प्रदेश अध्यक्ष को तय करने का अधिकार है।
इस मुद्दे पर एआईएमआईएम पार्टी दो भाग में विभाजित लगती है। कई समर्थको का कहना है की जब एआईएमआईएम चुनाव नही लड़ रही तो डा अखिलेश को समर्थन देना गलत नही और रहमत अली ने अपना समर्थन दिया है पार्टी के समर्थन की बात नही कही। उन्हे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटाना गलत फैसला है।
फिलहाल एआईएमआईएम जिलाध्यक्ष के समर्थन से डा अखिलेश की स्थिति काफी मजबूत लग रही है।
सारस न्यूज़, अररिया।
अररिया लोकसभा के निर्दलीय प्रत्याशी सह पूर्व डीएसपी डॉ अखिलेश कुमार को एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष रहमत अली ने अपना पूर्ण समर्थन दिया है। हालांकि सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक के पोस्ट के अनुसार एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल इमान ने अपने जिला अध्यक्ष के इस बयान का पूरी तरह से खंडन करते हुए इसे गलत बताया, कहा पार्टी का यह फैसला नहीं है।
इससे पूर्व, निर्दलीय प्रत्याशी सह पूर्व डीएसपी अखिलेश कुमार के संदर्भ में एआईएमआईएम के जिला अध्यक्ष रहमत अली ने अपने निज निवास सोनापुर में एक प्रेस वार्ता कर अपने समर्थकों को बताया कि निर्दलीय प्रत्याशी डॉ अखिलेश को जिताने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे। एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष ने कहा कि एनडीए के उम्मीदवार व उनके कार्यशैली से जनता खुश नहीं है। हर जगह विरोध का सामना करना पड़ता है। वहीं महागठबंधन के उम्मीदवार अपने परिवारिक लड़ाई में उलझे हैं। अररिया की जनता की चाहत है कि डॉ अखिलेश कुमार सांसद के रूप में आए व अररिया का चौतरफा विकास करें।
डॉ अखिलेश ने सारस न्यूज से बातचीत में बताया कि जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है, हम जन सहयोग से चुनाव लड़ रहे हैं। हम प्रदीप सिंह व शाहनवाज समेत अन्य प्रत्याशियों को कहना चाहते हैं कि मेरा समर्थन कीजिए। मैं काम करके दिखाऊंगा। यदि 06 महीने के अंदर बदलाव नहीं आया तो मैं इस्तीफा देकर चला जाऊंगा।
अररिया लोकसभा चुनाव में एआईएमआईएम किसी का नहीं कर रही समर्थन – प्रदेश अध्यक्ष। ऑल इंडिया मजलिसे इत्तहादुल मुस्लामिन अररिया लोकसभा चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को अपना समर्थन नहीं दे रही है। ये बातें अमौर के विधायक व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहीं। जब उनसे यह पूछा गया कि आपके जिलाध्यक्ष द्वारा यह प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि उनकी पार्टी निर्दलीय प्रत्याशी प्रो अखिलेश कुमार को अपना समर्थन दे रही है। उसी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने बताया की पार्टी की ओर से ऐसा कोई समर्थन किसी को नहीं दिया गया है। साथ हीं पार्टी के वरिष्ठ नेता राशिद अनवर ने कहा कि यह बिल्कुल गलत व भ्रामक बातें है। किसको समर्थन देना है या नहीं देना है वो प्रदेश अध्यक्ष को तय करने का अधिकार है।
इस मुद्दे पर एआईएमआईएम पार्टी दो भाग में विभाजित लगती है। कई समर्थको का कहना है की जब एआईएमआईएम चुनाव नही लड़ रही तो डा अखिलेश को समर्थन देना गलत नही और रहमत अली ने अपना समर्थन दिया है पार्टी के समर्थन की बात नही कही। उन्हे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटाना गलत फैसला है।
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