सारस न्यूज़, अररिया।
पीएचसी में इलाजरत सिकटी एसएचओ व अन्य।
प्रेम प्रसंग से संबंधित एक मामले में ताराबाड़ी थाना के हिरासत में कैद जीजा व साली द्वारा आत्महत्या की घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पुलिस कर्मियों पर किए गए पथराव की घटना में कई पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल पुलिस अधिकारी व कर्मियों को इलाज के लिए कुर्साकांटा पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल पुलिस कर्मियों को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। घटना में सिकटी थानाध्यक्ष नरेश कुमार प्रसाद के सिर में चोट लगने से वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
वहीं ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के जमुआ निवासी 32 वर्षीय मनोज मंडल पिता मथुरानंद मंडल की पैर में गोली लगने के कारण वे गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजनों द्वारा उन्हें इलाज के लिए पीएचसी कुर्साकांटा में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रेफर कर दिया गया। जानकारी मुताबिक उत्तेजित भीड़ द्वारा उग्र प्रदर्शन किए जाने की सूचना पर वरीय पुलिस पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल ताराबाड़ी पहुंच कर घटना को अपने नियंत्रण में ले लिया है। जानकारी अनुसार पुलिस ने आत्म रक्षार्थ पुलिस को दर्जनों राउंड फायरिंग भी करनी पड़ी। इसमें दर्जनों ग्रामीणों के साथ स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस पर किए गए पत्थरबाजी के कारण आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी व अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा किए गए पत्थरबाजी से एएसपी घायल।
शुक्रवार को ताराबाड़ी थाना में घटित घटना से आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पुलिस बलों पर जमकर पत्थरबाजी की। आक्रोशितों ने थाना परिसर में बने अतिथि भवन को आग के हवाले कर दिया। मामला बढ़ता देख ताराबाड़ी थाना के एसएचओ रवि कुमार ने घटना की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी। सूचना पर कई वरीय पुलिस अधिकारी व पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे। इसे देखते हुए लोगों ने अधिकारी व पुलिस बलों के ऊपर पत्थरबाजी शुरू कर दी। आक्रोशितों को समझाने के क्रम में एएसपी रामपुकार के सिर में पत्थर से लगी चोट के कारण वे गंभीर रूप से घायल हो गए।

घायल एएसपी को उपचार के लिए कुर्साकांटा पीएचसी में भर्ती कराया गया। इलाज कर रहे चिकित्सकों ने बताया कि एएसपी रामपुकार के सिर पर गंभीर चोट आई है। सिर पर एक दर्जन टाका लगाया गया है। बहरहाल उनकी सेहत सामान्य है।
मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है, दोषी ओडी अधिकारी, ड्यूटी पर मौजूद अन्य पुलिस कर्मी को निलंबित किया गया है। घटना घटित के समय ड्यूटी पर ऑडी अधिकारी के मौजूद नहीं रहने व थाना के चौकीदार को जिम्मेदारी देने के बावजूद इस तरह की घटना घटित हुई। इसी कारण दोनों को निलंबित किया गया है। थानाध्यक्ष की लापरवाही सामने आने पर उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है। जहां तक जीजा साली की एक साथ हाजत में आत्महत्या की बात है तो ऐसा नहीं है, जीजा ने हाजत में तो साली ने सिरिस्ता में फांसी लगाकर आत्महत्या किया है। उपद्रव मामले में 18 लोगों को डिटेन किया गया है। अन्य की पहचान सीसीटीवी कैमरे सहित अन्य माध्यमों से की जा रही है, उपद्रवियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाएगी। भीड़ के द्वारा पहले फायरिंग करने पर मौजूद पुलिस अधिकारी द्वारा आत्मरक्षार्थ में जवाबी फायरिंग की गई है। स्थानीय लोगों या भीड़ में मौजूद लोगों की फायरिंग में घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
अमित रंजन, एसपी, अररिया।
