ठाकुरगंज नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 पेट्रोल पंप चौक के समीप नूरी बस्ती के निवासियों ने बिजली पोल गाड़ने और तार लगाने के नाम पर कथित तौर पर बिजली विभाग के कर्मियों पर पैसा मांगने का आरोप लगाया है। मो मुमताज आलम, अमेरी लाल चौधरी, महफूज निशा, जमीला खातून, नजमीन निशा, रितु देवी, यासमीन बेगम, आरती कुमारी, ओमप्रकाश, नुरेम खातून, मोहम्मद अली, महेश चौधरी, मोहम्मद आलम, इत्यादि निवासियों का कहना है कि उनके मोहल्ले में बिजली का पोल नहीं था, जिसके कारण बुढ़ी डांगी नदी के उपर से उन्हें बांस के खंभों के सहारे बिजली का कनेक्शन लेना पड़ता था। बरसात के मौसम में जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता था, तो बांस के खंभे गिर जाते थे, जिससे बिजली कनेक्शन कट जाता था और उन्हें अंधेरे में रहना पड़ता था।
लोगों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग के कार्यालय के चक्कर लगाने के बाद उनके मोहल्ले में बिजली का पोल गिराया गया, लेकिन पोल गाड़ने और तार लगाने के लिए अपने आपको बिजली विभाग के कर्मी बताकर मुर्शीद आलम द्वारा प्रत्येक घर से ₹500 की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले सभी लोग ₹500 जमा करें, तभी पोल और तार लगाए जाएंगे। कई लोगों से पहले ही पैसा वसूला भी गया है।
गांव वालों ने जिला पदाधिकारी से मांग की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें क्योंकि वे गरीब लोग हैं और इतनी राशि देने में असमर्थ हैं।वही दूसरी ओर मुर्शीद आलम से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने किसी से पैसा की मांग नहीं किया है। इस मामले पर ठाकुरगंज शहरी क्षेत्र के कनिया विद्युत अभियंता देवेन्द्र प्रसाद से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि यदि पोल गारने और तार लगाने के लिए किसी ने पैसा मांगा है, तो इसकी शिकायत विभाग में करें और कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने आश्वासन दिया कि नूरी बस्ती की समस्या का जल्दी समाधान किया जाएगा।
सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
ठाकुरगंज नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 पेट्रोल पंप चौक के समीप नूरी बस्ती के निवासियों ने बिजली पोल गाड़ने और तार लगाने के नाम पर कथित तौर पर बिजली विभाग के कर्मियों पर पैसा मांगने का आरोप लगाया है। मो मुमताज आलम, अमेरी लाल चौधरी, महफूज निशा, जमीला खातून, नजमीन निशा, रितु देवी, यासमीन बेगम, आरती कुमारी, ओमप्रकाश, नुरेम खातून, मोहम्मद अली, महेश चौधरी, मोहम्मद आलम, इत्यादि निवासियों का कहना है कि उनके मोहल्ले में बिजली का पोल नहीं था, जिसके कारण बुढ़ी डांगी नदी के उपर से उन्हें बांस के खंभों के सहारे बिजली का कनेक्शन लेना पड़ता था। बरसात के मौसम में जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता था, तो बांस के खंभे गिर जाते थे, जिससे बिजली कनेक्शन कट जाता था और उन्हें अंधेरे में रहना पड़ता था।
लोगों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग के कार्यालय के चक्कर लगाने के बाद उनके मोहल्ले में बिजली का पोल गिराया गया, लेकिन पोल गाड़ने और तार लगाने के लिए अपने आपको बिजली विभाग के कर्मी बताकर मुर्शीद आलम द्वारा प्रत्येक घर से ₹500 की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले सभी लोग ₹500 जमा करें, तभी पोल और तार लगाए जाएंगे। कई लोगों से पहले ही पैसा वसूला भी गया है।
गांव वालों ने जिला पदाधिकारी से मांग की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें क्योंकि वे गरीब लोग हैं और इतनी राशि देने में असमर्थ हैं।वही दूसरी ओर मुर्शीद आलम से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने किसी से पैसा की मांग नहीं किया है। इस मामले पर ठाकुरगंज शहरी क्षेत्र के कनिया विद्युत अभियंता देवेन्द्र प्रसाद से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि यदि पोल गारने और तार लगाने के लिए किसी ने पैसा मांगा है, तो इसकी शिकायत विभाग में करें और कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने आश्वासन दिया कि नूरी बस्ती की समस्या का जल्दी समाधान किया जाएगा।
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