अभाविप नगर इकाई अररिया द्वारा स्थानीय परिषद कार्यालय परिसर में परिषद का 76 वां स्थापना दिवस को राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया गया। समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूवि के सिंडिकेट सदस्य प्रो एमपी सिंह द्वारा झंडोत्तोलन कर किया गया। झंडोत्तोलन के बाद एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए एमपी सिंह ने कहा कि जून 1948 में अभाविप का जन्म हुआ व 09 जुलाई 1949 को विधिवत छात्र संगठन के रूप में पंजीकृत हुआ। इसीलिए अभाविप पूरे भारत में 09 जुलाई को परिषद की स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाता है। प्रारंभ में जो संगठन रूपी बीज बोया गया था, वह आज विशाल वट वृक्ष का रूप ले चुका है। यह ऐसे ही नहीं हुआ है, बल्कि लाखों परिषद कार्यकर्ताओं के त्याग व तपस्या का परिणाम है।
एमपी सिंह ने कहा कि परिषद ने अपनी 76 वर्ष की आयु में बहुत ही उतार-चढ़ाव को झेलते हुए आज विश्व का सबसे बड़ा अनुशासित छात्र संगठन होने का गौरव प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि अभाविप की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने देश को एक ऐसा छात्र संगठन प्रदान किया, जो अनेक वर्षों की साधना में तपकर तैयार हुआ है।
यह छात्रों का ऐसा संगठन है, जो लगातार युवा पीढ़ियों को देश व समाज के प्रति जागृत करते आया है। उन्होंने कहा कि अभाविप एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है, जो वर्ष भर महाविद्यालय व विश्वविद्यालय कैंपस में छात्र-छात्राओं की समस्याओं के समाधान को लेकर संघर्ष करते आ रहा है। उन्होंने परिषद कार्यकर्ताओं से अपील की कि आप लोग कोई ऐसा काम नहीं करें, जिससे परिषद की छवि धूमिल हो। मौके पर नगर मंत्री अंकित कुमार झा, सह मंत्री अंकित सिंहा, भोला राठौर, मनीष कुमार, अभिषेक, नीतीश, प्रिंस, भोलू, प्रेम कुमार, सुप्रिया, वंशिका, लकी, दिशा कुमारी, रिया, हिना, नेहा कुमारी, मौसम, आशीष, प्रियांशु, राजा सहित दर्जनों परिषद कार्यकर्ता मौजूद थे।
सारस न्यूज, अररिया।
अभाविप नगर इकाई अररिया द्वारा स्थानीय परिषद कार्यालय परिसर में परिषद का 76 वां स्थापना दिवस को राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया गया। समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूवि के सिंडिकेट सदस्य प्रो एमपी सिंह द्वारा झंडोत्तोलन कर किया गया। झंडोत्तोलन के बाद एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए एमपी सिंह ने कहा कि जून 1948 में अभाविप का जन्म हुआ व 09 जुलाई 1949 को विधिवत छात्र संगठन के रूप में पंजीकृत हुआ। इसीलिए अभाविप पूरे भारत में 09 जुलाई को परिषद की स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाता है। प्रारंभ में जो संगठन रूपी बीज बोया गया था, वह आज विशाल वट वृक्ष का रूप ले चुका है। यह ऐसे ही नहीं हुआ है, बल्कि लाखों परिषद कार्यकर्ताओं के त्याग व तपस्या का परिणाम है।
एमपी सिंह ने कहा कि परिषद ने अपनी 76 वर्ष की आयु में बहुत ही उतार-चढ़ाव को झेलते हुए आज विश्व का सबसे बड़ा अनुशासित छात्र संगठन होने का गौरव प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि अभाविप की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने देश को एक ऐसा छात्र संगठन प्रदान किया, जो अनेक वर्षों की साधना में तपकर तैयार हुआ है।
यह छात्रों का ऐसा संगठन है, जो लगातार युवा पीढ़ियों को देश व समाज के प्रति जागृत करते आया है। उन्होंने कहा कि अभाविप एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है, जो वर्ष भर महाविद्यालय व विश्वविद्यालय कैंपस में छात्र-छात्राओं की समस्याओं के समाधान को लेकर संघर्ष करते आ रहा है। उन्होंने परिषद कार्यकर्ताओं से अपील की कि आप लोग कोई ऐसा काम नहीं करें, जिससे परिषद की छवि धूमिल हो। मौके पर नगर मंत्री अंकित कुमार झा, सह मंत्री अंकित सिंहा, भोला राठौर, मनीष कुमार, अभिषेक, नीतीश, प्रिंस, भोलू, प्रेम कुमार, सुप्रिया, वंशिका, लकी, दिशा कुमारी, रिया, हिना, नेहा कुमारी, मौसम, आशीष, प्रियांशु, राजा सहित दर्जनों परिषद कार्यकर्ता मौजूद थे।
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