धान रोपने के बाद लौटते समय मां-बेटी नदी के तेज़ बहाव में बह गई। हालाकिं मां को तो बचा लिया गया, लेकिन बेटी का अब भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं इस घटना से नक्सलबाड़ी के बड़ा मनीराम जोत में सनसनी फैल गयी। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह 15से 20 लोग धान रोपने के लिए भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मेची नदी पार कर गये थे। धान रोपने के बाद घर लौटने के दौरान मां-बेटी मेची नदी में डूब गयी। सूचना मिलने पर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचकर मां को नदी से बाहर निकाल लिया, लेकिन बेटी का कोई पता नहीं चल पाया। घटना के बाद से बचाव कार्य चल रहा हैं। खबर पाकर नक्सलबाड़ी बीडीओ, मनीराम ग्राम पंचायत प्रधान, नक्सलबाड़ी पुलिस सहित एसएसबी जवान मौके पर पहुंचे। मनीराम ग्राम पंचायत के प्रधान गौतम घोष ने कहा कि बचाव कार्य जारी है।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
धान रोपने के बाद लौटते समय मां-बेटी नदी के तेज़ बहाव में बह गई। हालाकिं मां को तो बचा लिया गया, लेकिन बेटी का अब भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं इस घटना से नक्सलबाड़ी के बड़ा मनीराम जोत में सनसनी फैल गयी। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह 15से 20 लोग धान रोपने के लिए भारत-नेपाल सीमा पर स्थित मेची नदी पार कर गये थे। धान रोपने के बाद घर लौटने के दौरान मां-बेटी मेची नदी में डूब गयी। सूचना मिलने पर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचकर मां को नदी से बाहर निकाल लिया, लेकिन बेटी का कोई पता नहीं चल पाया। घटना के बाद से बचाव कार्य चल रहा हैं। खबर पाकर नक्सलबाड़ी बीडीओ, मनीराम ग्राम पंचायत प्रधान, नक्सलबाड़ी पुलिस सहित एसएसबी जवान मौके पर पहुंचे। मनीराम ग्राम पंचायत के प्रधान गौतम घोष ने कहा कि बचाव कार्य जारी है।
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