राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार
संभावित मरीजों की खोज ओर उन तक सरकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करें
जिले को निर्धारित समय सीमा के भीतर टीबी मुक्त बनाना स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकताओं में से एक है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न स्तरों पर सतत प्रयास किए जा रहे हैं। विगत कई दिनों से दवाओं की उपलब्धता में कमी के कारण मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन वर्तमान में जिले में टीबी की दवाएं उपलब्ध हैं। इसी कड़ी में, राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक जिला यक्ष्मा कार्यालय में जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में संबंधित विभिन्न मामलों की गहन समीक्षा की गई। बैठक में संभावित टीबी मरीजों की खोज और सभी मरीजों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर विशेष जोर दिया गया। बैठक में एसटीएस, एसटीएलएस सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
टीबी मरीजों के प्राइवेट नोटिफिकेशन में लाएं तेजी
कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने कहा कि जिले को निर्धारित समय सीमा के भीतर टीबी मुक्त बनाना विभाग की प्राथमिकताओं में से एक है। संभावित टीबी मरीजों की खोज और उनका समुचित उपचार, निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए, इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों के प्राइवेट नोटिफिकेशन की प्रक्रिया में तेजी लाना जरूरी है। निक्षय मित्र योजना के लाभ के लिए मरीजों की पेंडिंग कंसेन्ट का निपटारा, विभागीय पोर्टल पर मरीजों की इंट्री और उन्हें निक्षय पोषण योजना का लाभ उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। वहीं, सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने निर्धारित कार्यों के निष्पादन में उदासीन रवैया अपनाने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी।
टीबी मुक्त पंचायत निर्माण के लिए करें जरूरी पहल
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं से कर्मियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान को गंभीरता से लेने की जरूरत है। जिला स्तर पर इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्रखंड स्तर पर संबंधित अधिकारियों के बीच आपसी समन्वय को बेहतर बनाते हुए इस दिशा में सार्थक पहल किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि निक्षय पोर्टल पर सभी हेल्थ और वेलनेस सेंटर्स की मैपिंग का कार्य जल्द सुनिश्चित कराना अनिवार्य है।
सक्षम लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए करें प्रेरित
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हर दिन ओपीडी में आने वाले कम से कम दस प्रतिशत मरीजों की टीबी जांच सुनिश्चित कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर भी योग्य और सक्षम लोगों को चिह्नित कर उन्हें निक्षय मित्र बनने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है, ताकि अधिक से अधिक मरीजों तक जरूरी सहायता पहुंचाई जा सके।
राहुल कुमार,सारस न्यूज, किशनगंज।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार
संभावित मरीजों की खोज ओर उन तक सरकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करें
जिले को निर्धारित समय सीमा के भीतर टीबी मुक्त बनाना स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकताओं में से एक है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न स्तरों पर सतत प्रयास किए जा रहे हैं। विगत कई दिनों से दवाओं की उपलब्धता में कमी के कारण मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन वर्तमान में जिले में टीबी की दवाएं उपलब्ध हैं। इसी कड़ी में, राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक जिला यक्ष्मा कार्यालय में जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में संबंधित विभिन्न मामलों की गहन समीक्षा की गई। बैठक में संभावित टीबी मरीजों की खोज और सभी मरीजों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर विशेष जोर दिया गया। बैठक में एसटीएस, एसटीएलएस सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
टीबी मरीजों के प्राइवेट नोटिफिकेशन में लाएं तेजी
कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने कहा कि जिले को निर्धारित समय सीमा के भीतर टीबी मुक्त बनाना विभाग की प्राथमिकताओं में से एक है। संभावित टीबी मरीजों की खोज और उनका समुचित उपचार, निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए, इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों के प्राइवेट नोटिफिकेशन की प्रक्रिया में तेजी लाना जरूरी है। निक्षय मित्र योजना के लाभ के लिए मरीजों की पेंडिंग कंसेन्ट का निपटारा, विभागीय पोर्टल पर मरीजों की इंट्री और उन्हें निक्षय पोषण योजना का लाभ उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। वहीं, सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने निर्धारित कार्यों के निष्पादन में उदासीन रवैया अपनाने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी।
टीबी मुक्त पंचायत निर्माण के लिए करें जरूरी पहल
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं से कर्मियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान को गंभीरता से लेने की जरूरत है। जिला स्तर पर इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्रखंड स्तर पर संबंधित अधिकारियों के बीच आपसी समन्वय को बेहतर बनाते हुए इस दिशा में सार्थक पहल किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि निक्षय पोर्टल पर सभी हेल्थ और वेलनेस सेंटर्स की मैपिंग का कार्य जल्द सुनिश्चित कराना अनिवार्य है।
सक्षम लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए करें प्रेरित
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मंजर आलम ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हर दिन ओपीडी में आने वाले कम से कम दस प्रतिशत मरीजों की टीबी जांच सुनिश्चित कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर भी योग्य और सक्षम लोगों को चिह्नित कर उन्हें निक्षय मित्र बनने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है, ताकि अधिक से अधिक मरीजों तक जरूरी सहायता पहुंचाई जा सके।
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