परिवार नियोजन समाज के सभी वर्गों तक पहुंचना अति आवश्यक है। एक स्वस्थ समाज के निर्माण में इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसी उद्देश्य से परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत मेगा अंतराल दिवस मनाने की परंपरा शुरू की गई है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य परिवार नियोजन के अस्थाई विधियों को प्रोत्साहित करना और इनसे जुड़े लाभार्थियों को बेहतर और नियमित सेवाएं प्रदान करना है। आगामी 27 सितंबर को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मेगा अंतराल दिवस बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा।
मेगा अंतराल दिवस का उद्देश्य
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इस दिवस का प्रमुख उद्देश्य अस्थाई गर्भनिरोधक विधियों जैसे कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां, इमरजेंसी पिल्स, कॉपर-टी आदि के उपयोग को बढ़ावा देना है। अस्थाई गर्भनिरोधक विधियां न केवल अवांछित गर्भधारण को रोकने में मदद करती हैं, बल्कि दंपतियों को परिवार के आकार और बच्चों के बीच सही अंतराल निर्धारित करने में भी सहायता करती हैं। अस्थाई विधियां महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए उपलब्ध हैं, और इन्हें कभी भी बंद किया जा सकता है, जिससे दंपति अपने परिवार नियोजन के निर्णयों को पुनः समायोजित कर सकते हैं।
डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि मेगा अंतराल दिवस एक सराहनीय पहल है जो दंपतियों को सही निर्णय लेने के लिए प्रेरित करती है। इस दिन अस्थाई गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग को बढ़ावा देकर समाज में स्वास्थ्य और समृद्धि का संदेश फैलाया जाएगा।
अस्थाई गर्भनिरोधक विधि का चुनाव करने में मदद
जिले के सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी स्वास्थ्य इकाइयों में विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जहां योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की जानकारी दी जाएगी और उन्हें मुफ्त सेवाएं प्रदान की जाएंगी। आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी सेविकाएं घर-घर जाकर योग्य दंपतियों को शिविर में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगी।
परिवार नियोजन के अस्थाई विधियों के फायदे
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि अस्थाई गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। यह माँ को अपने स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने का समय देता है और शिशु के विकास में मदद करता है। इसके अलावा, दंपति जीवन की अन्य प्राथमिकताओं पर भी ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जैसे शिक्षा, करियर और आर्थिक स्थिरता।
समाज पर सकारात्मक प्रभाव
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने कहा कि मेगा अंतराल दिवस का आयोजन केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका व्यापक सामाजिक प्रभाव भी है। परिवार नियोजन के महत्व को समझकर दंपति जिम्मेदार नागरिक बनते हैं, जो समाज के समग्र विकास में योगदान देता है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
परिवार नियोजन समाज के सभी वर्गों तक पहुंचना अति आवश्यक है। एक स्वस्थ समाज के निर्माण में इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसी उद्देश्य से परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत मेगा अंतराल दिवस मनाने की परंपरा शुरू की गई है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य परिवार नियोजन के अस्थाई विधियों को प्रोत्साहित करना और इनसे जुड़े लाभार्थियों को बेहतर और नियमित सेवाएं प्रदान करना है। आगामी 27 सितंबर को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मेगा अंतराल दिवस बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा।
मेगा अंतराल दिवस का उद्देश्य
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इस दिवस का प्रमुख उद्देश्य अस्थाई गर्भनिरोधक विधियों जैसे कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां, इमरजेंसी पिल्स, कॉपर-टी आदि के उपयोग को बढ़ावा देना है। अस्थाई गर्भनिरोधक विधियां न केवल अवांछित गर्भधारण को रोकने में मदद करती हैं, बल्कि दंपतियों को परिवार के आकार और बच्चों के बीच सही अंतराल निर्धारित करने में भी सहायता करती हैं। अस्थाई विधियां महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए उपलब्ध हैं, और इन्हें कभी भी बंद किया जा सकता है, जिससे दंपति अपने परिवार नियोजन के निर्णयों को पुनः समायोजित कर सकते हैं।
डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि मेगा अंतराल दिवस एक सराहनीय पहल है जो दंपतियों को सही निर्णय लेने के लिए प्रेरित करती है। इस दिन अस्थाई गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग को बढ़ावा देकर समाज में स्वास्थ्य और समृद्धि का संदेश फैलाया जाएगा।
अस्थाई गर्भनिरोधक विधि का चुनाव करने में मदद
जिले के सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी स्वास्थ्य इकाइयों में विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जहां योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की जानकारी दी जाएगी और उन्हें मुफ्त सेवाएं प्रदान की जाएंगी। आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी सेविकाएं घर-घर जाकर योग्य दंपतियों को शिविर में शामिल होने के लिए प्रेरित करेंगी।
परिवार नियोजन के अस्थाई विधियों के फायदे
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि अस्थाई गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। यह माँ को अपने स्वास्थ्य को पुनः प्राप्त करने का समय देता है और शिशु के विकास में मदद करता है। इसके अलावा, दंपति जीवन की अन्य प्राथमिकताओं पर भी ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जैसे शिक्षा, करियर और आर्थिक स्थिरता।
समाज पर सकारात्मक प्रभाव
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने कहा कि मेगा अंतराल दिवस का आयोजन केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका व्यापक सामाजिक प्रभाव भी है। परिवार नियोजन के महत्व को समझकर दंपति जिम्मेदार नागरिक बनते हैं, जो समाज के समग्र विकास में योगदान देता है।
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