कुआं के जीर्णोद्धार की योजना ठंडे बस्ते में पड़ गई है। कुआं का जीर्णोद्धार सरकार के योजनाओं में शामिल है।लेकिन प्रखंड में कुओं का जीर्णोद्धार की योजना ठंडे बस्ते में है। इस का एक प्रमाण प्रखंड के पाटकोई कला पंचायत के वार्ड संख्या सात स्थित पाटकोई मिलिक कमात में स्थित कुआं है। यह कुआं वर्तमान में बदहाल स्थिति में है। देख रेख के अभाव में कुआं का अस्तित्व समाप्ति की ओर है। स्थानीय कमरुल होदा, इकरामुल हक, मो० यूनूस आलम इत्यादि ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से इस कुआं की जीर्णोद्धार की मांग किया है। ग्रामीणों ने कहा कि एक जमाना था कि जब यह कुआं गांव के लोगों के लिए पेयजल का जरिया बना हुआ था। सौ साल पुराने इस कुआं से गांव के लोग अपनी प्यास बुझाते थे। लेकिन देखरेख के अभाव में कुआं खस्ताहालत है। पहले गांव के लोग इस कुआं का पानी का इस्तेमाल खाना बनाने से लेकर नहाने, पीने कपड़ा धोने में करते थे। ग्रामीणों ने कहा कि इस समस्या से पूर्व विधायक मुजाहिद आलम को भी अवगत कराया गया है।
सारस न्यूज़, कोचाधामन, किशनगंज।
कुआं के जीर्णोद्धार की योजना ठंडे बस्ते में पड़ गई है। कुआं का जीर्णोद्धार सरकार के योजनाओं में शामिल है।लेकिन प्रखंड में कुओं का जीर्णोद्धार की योजना ठंडे बस्ते में है। इस का एक प्रमाण प्रखंड के पाटकोई कला पंचायत के वार्ड संख्या सात स्थित पाटकोई मिलिक कमात में स्थित कुआं है। यह कुआं वर्तमान में बदहाल स्थिति में है। देख रेख के अभाव में कुआं का अस्तित्व समाप्ति की ओर है। स्थानीय कमरुल होदा, इकरामुल हक, मो० यूनूस आलम इत्यादि ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से इस कुआं की जीर्णोद्धार की मांग किया है। ग्रामीणों ने कहा कि एक जमाना था कि जब यह कुआं गांव के लोगों के लिए पेयजल का जरिया बना हुआ था। सौ साल पुराने इस कुआं से गांव के लोग अपनी प्यास बुझाते थे। लेकिन देखरेख के अभाव में कुआं खस्ताहालत है। पहले गांव के लोग इस कुआं का पानी का इस्तेमाल खाना बनाने से लेकर नहाने, पीने कपड़ा धोने में करते थे। ग्रामीणों ने कहा कि इस समस्या से पूर्व विधायक मुजाहिद आलम को भी अवगत कराया गया है।
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