अररिया आरएस के मिलन चाय व्यवसायी, अजय अग्रवाल, जो 13 अक्टूबर को रहस्यमय ढंग से लापता हो गए थे, को एसपी अमित रंजन की तत्परता पर गठित पुलिस टीम ने तीन दिन बाद मुंबई से सकुशल बरामद कर लिया है। आरएस थाना क्षेत्र अंतर्गत केडिया टोला, वार्ड संख्या 04 निवासी अजय अग्रवाल (55), पिता स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण, की दुर्गा पूजा के दौरान अचानक हुई गुमशुदगी ने व्यापार जगत में हलचल मचा दी थी। जिले के व्यापारियों में भी इस घटना को लेकर काफी चिंता फैल गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसपी अमित रंजन ने तुरंत एसआईटी का गठन किया और एएसपी सह एसडीपीओ रामपुकार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। प्रारंभिक जांच में एसआईटी ने अजय अग्रवाल के मोबाइल का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाला, जिससे पता चला कि उनका टिकट सीमांचल एक्सप्रेस में बुक था। पुलिस ने अग्रवाल का मोबाइल लोकेशन ट्रैक किया, जो पहले दिल्ली और फिर वाराणसी में मिला।
वाराणसी पहुंचने पर, पुलिस को पता चला कि अग्रवाल मुंबई के लिए निकल चुके हैं। एसआईटी टीम ने मुंबई पुलिस के सहयोग से उस होटल का पता लगाया, जहाँ अग्रवाल ठहरे थे, और उन्हें वहां से सुरक्षित बरामद किया गया।
एसपी अमित रंजन ने बताया कि अग्रवाल ने दिल्ली पहुंचने के बाद एक नया मोबाइल नंबर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था, जिससे उन्हें ट्रेस करना मुश्किल हो रहा था। लेकिन एसआईटी टीम की बारीकी से की गई जांच के चलते उन्हें बिना किसी देरी के वाराणसी से मुंबई जाकर सुरक्षित बरामद कर लिया गया। एसपी ने यह भी बताया कि अग्रवाल की स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए अभी उनसे ज्यादा पूछताछ नहीं की गई है। उनके अचानक गायब होने की असल वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
सारस न्यूज, अररिया।
अररिया आरएस के मिलन चाय व्यवसायी, अजय अग्रवाल, जो 13 अक्टूबर को रहस्यमय ढंग से लापता हो गए थे, को एसपी अमित रंजन की तत्परता पर गठित पुलिस टीम ने तीन दिन बाद मुंबई से सकुशल बरामद कर लिया है। आरएस थाना क्षेत्र अंतर्गत केडिया टोला, वार्ड संख्या 04 निवासी अजय अग्रवाल (55), पिता स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण, की दुर्गा पूजा के दौरान अचानक हुई गुमशुदगी ने व्यापार जगत में हलचल मचा दी थी। जिले के व्यापारियों में भी इस घटना को लेकर काफी चिंता फैल गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसपी अमित रंजन ने तुरंत एसआईटी का गठन किया और एएसपी सह एसडीपीओ रामपुकार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। प्रारंभिक जांच में एसआईटी ने अजय अग्रवाल के मोबाइल का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाला, जिससे पता चला कि उनका टिकट सीमांचल एक्सप्रेस में बुक था। पुलिस ने अग्रवाल का मोबाइल लोकेशन ट्रैक किया, जो पहले दिल्ली और फिर वाराणसी में मिला।
वाराणसी पहुंचने पर, पुलिस को पता चला कि अग्रवाल मुंबई के लिए निकल चुके हैं। एसआईटी टीम ने मुंबई पुलिस के सहयोग से उस होटल का पता लगाया, जहाँ अग्रवाल ठहरे थे, और उन्हें वहां से सुरक्षित बरामद किया गया।
एसपी अमित रंजन ने बताया कि अग्रवाल ने दिल्ली पहुंचने के बाद एक नया मोबाइल नंबर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था, जिससे उन्हें ट्रेस करना मुश्किल हो रहा था। लेकिन एसआईटी टीम की बारीकी से की गई जांच के चलते उन्हें बिना किसी देरी के वाराणसी से मुंबई जाकर सुरक्षित बरामद कर लिया गया। एसपी ने यह भी बताया कि अग्रवाल की स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए अभी उनसे ज्यादा पूछताछ नहीं की गई है। उनके अचानक गायब होने की असल वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
Leave a Reply