किशनगंज शहर इन दिनों कचरे के ढेर में तब्दील हो चुका है। बिगड़ी सफाई व्यवस्था के चलते शहर के कई हिस्सों में कचरे के ढेर परेशानी का सबब बन गए हैं। बिखरा कूड़ा और सड़ांध मारती बदबू आम जनता के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। सफाई के मामले में शहर को “क्लीन सिटी” का दावा किया जा रहा है, लेकिन सार्वजनिक स्थानों से लेकर प्रमुख चौक-चौराहों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नगर परिषद के कर्मी सफाई व्यवस्था को बेहतर बता रहे हैं, लेकिन वास्तविकता उनके दावों से बिल्कुल विपरीत है।
शहर के वार्ड नंबर 18 में कचरे का अंबार लग गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां नियमित रूप से कचरा नहीं उठाया जा रहा है। आवारा पशु कचरे को सड़कों पर फैला रहे हैं, जिससे राहगीरों की परेशानी और बढ़ गई है।
हर माह लाखों रुपए खर्च
नगर परिषद द्वारा हर माह शहर की सफाई व्यवस्था पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन सफाई व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है। अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर सजग नहीं दिखते, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
कचरे का सही प्रबंधन नहीं
शहर में कचरा एकत्रित करने के लिए उचित डंपिंग जोन की व्यवस्था नहीं है। नतीजतन, कचरे का उठाव करने के बाद उसे एनएच-27 के समीप अंबेडकर टाउन हॉल के पीछे डंप किया जा रहा है। इससे राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज शहर इन दिनों कचरे के ढेर में तब्दील हो चुका है। बिगड़ी सफाई व्यवस्था के चलते शहर के कई हिस्सों में कचरे के ढेर परेशानी का सबब बन गए हैं। बिखरा कूड़ा और सड़ांध मारती बदबू आम जनता के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। सफाई के मामले में शहर को “क्लीन सिटी” का दावा किया जा रहा है, लेकिन सार्वजनिक स्थानों से लेकर प्रमुख चौक-चौराहों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नगर परिषद के कर्मी सफाई व्यवस्था को बेहतर बता रहे हैं, लेकिन वास्तविकता उनके दावों से बिल्कुल विपरीत है।
शहर के वार्ड नंबर 18 में कचरे का अंबार लग गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां नियमित रूप से कचरा नहीं उठाया जा रहा है। आवारा पशु कचरे को सड़कों पर फैला रहे हैं, जिससे राहगीरों की परेशानी और बढ़ गई है।
हर माह लाखों रुपए खर्च
नगर परिषद द्वारा हर माह शहर की सफाई व्यवस्था पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन सफाई व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है। अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस मुद्दे पर सजग नहीं दिखते, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
कचरे का सही प्रबंधन नहीं
शहर में कचरा एकत्रित करने के लिए उचित डंपिंग जोन की व्यवस्था नहीं है। नतीजतन, कचरे का उठाव करने के बाद उसे एनएच-27 के समीप अंबेडकर टाउन हॉल के पीछे डंप किया जा रहा है। इससे राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है।
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