किशनगंज में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के जिलाध्यक्ष हबीबुर रहमान पर यौन उत्पीड़न और अन्य गंभीर आरोपों के तहत मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है। यह परिवाद सविस्ता जहां नामक महिला ने दर्ज कराया है।
क्या है मामला? सविस्ता ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि 23 अक्टूबर 2024 की रात वह अपने पति के साथ पटना जाने के दौरान बिहार-पश्चिम बंगाल सीमा पर स्थित एक होटल में भोजन करने रुकी थीं। होटल में पहले से एंबुलेंस चालक जीतेन्द्र यादव और उनके साथी मौजूद थे, जिन्होंने उन्हें पास की कुर्सी पर बैठने का आमंत्रण दिया।
इसी दौरान लोजपा जिलाध्यक्ष हबीबुर रहमान अपने वाहन (नं. बीआर37एई-1649) से दो अन्य साथियों के साथ होटल पहुंचे। सविस्ता का आरोप है कि हबीबुर ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और अपनी गाड़ी से बीयर की बोतल निकालकर उनके टेबल पर रख दी। इसके बाद उन्होंने उनका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। विरोध करने पर भी वीडियो बनाना बंद नहीं किया।
भोजन खत्म करने के बाद, जब वे पटना के लिए रवाना हुए, तो बाद में उन्हें जानकारी मिली कि उनका वीडियो चैनल पर प्रसारित हो रहा है। वीडियो देखकर सविस्ता को एहसास हुआ कि यह वही वीडियो था जो हबीबुर रहमान ने होटल में बनाया था। इस घटना से उन्हें मानसिक पीड़ा और अपमान का सामना करना पड़ा, जिसके चलते उन्होंने न्यायालय में यौन उत्पीड़न और अन्य आरोपों के तहत परिवाद दर्ज किया।
हबीबुर रहमान का पक्ष दूसरी ओर, हबीबुर रहमान ने इन आरोपों को झूठा बताया। उन्होंने कहा कि उस रात, होटल में भोजन के दौरान उन्होंने देखा कि एक एंबुलेंस चालक (वाहन नं. बीआर01पीपी1519) एक अज्ञात महिला के साथ शराब का सेवन कर रहा था। उन्होंने इसका वीडियो बनाया और इसकी शिकायत सदर अस्पताल के उपाध्यक्ष से की। हबीबुर का दावा है कि यही वीडियो चैनल पर प्रसारित हुआ था और इसके बाद उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए।
मामला न्यायालय में अब मामला न्यायालय के समक्ष है। दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी है और न्यायालय से न्याय की अपील की है। मामले की अगली सुनवाई में स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।
शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज टीम।
किशनगंज में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के जिलाध्यक्ष हबीबुर रहमान पर यौन उत्पीड़न और अन्य गंभीर आरोपों के तहत मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है। यह परिवाद सविस्ता जहां नामक महिला ने दर्ज कराया है।
क्या है मामला? सविस्ता ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि 23 अक्टूबर 2024 की रात वह अपने पति के साथ पटना जाने के दौरान बिहार-पश्चिम बंगाल सीमा पर स्थित एक होटल में भोजन करने रुकी थीं। होटल में पहले से एंबुलेंस चालक जीतेन्द्र यादव और उनके साथी मौजूद थे, जिन्होंने उन्हें पास की कुर्सी पर बैठने का आमंत्रण दिया।
इसी दौरान लोजपा जिलाध्यक्ष हबीबुर रहमान अपने वाहन (नं. बीआर37एई-1649) से दो अन्य साथियों के साथ होटल पहुंचे। सविस्ता का आरोप है कि हबीबुर ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और अपनी गाड़ी से बीयर की बोतल निकालकर उनके टेबल पर रख दी। इसके बाद उन्होंने उनका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। विरोध करने पर भी वीडियो बनाना बंद नहीं किया।
भोजन खत्म करने के बाद, जब वे पटना के लिए रवाना हुए, तो बाद में उन्हें जानकारी मिली कि उनका वीडियो चैनल पर प्रसारित हो रहा है। वीडियो देखकर सविस्ता को एहसास हुआ कि यह वही वीडियो था जो हबीबुर रहमान ने होटल में बनाया था। इस घटना से उन्हें मानसिक पीड़ा और अपमान का सामना करना पड़ा, जिसके चलते उन्होंने न्यायालय में यौन उत्पीड़न और अन्य आरोपों के तहत परिवाद दर्ज किया।
हबीबुर रहमान का पक्ष दूसरी ओर, हबीबुर रहमान ने इन आरोपों को झूठा बताया। उन्होंने कहा कि उस रात, होटल में भोजन के दौरान उन्होंने देखा कि एक एंबुलेंस चालक (वाहन नं. बीआर01पीपी1519) एक अज्ञात महिला के साथ शराब का सेवन कर रहा था। उन्होंने इसका वीडियो बनाया और इसकी शिकायत सदर अस्पताल के उपाध्यक्ष से की। हबीबुर का दावा है कि यही वीडियो चैनल पर प्रसारित हुआ था और इसके बाद उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए।
मामला न्यायालय में अब मामला न्यायालय के समक्ष है। दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी है और न्यायालय से न्याय की अपील की है। मामले की अगली सुनवाई में स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।
Leave a Reply