प्रमाणीकरण से मरीजों को मिलेंगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, जिला प्रशासन और सिविल सर्जन के प्रयासों को धन्यवाद
कोचाधामन प्रखंड का काशीबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा चुका है। राज्यस्तरीय स्वास्थ्य निरीक्षण दल के सदस्य नजमुल होदा और डॉ. जगजीत सिंह ने आज इस सेंटर का गहन निरीक्षण किया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सेंटर सभी आवश्यक मानकों पर खरा उतरता है। यह प्रमाणीकरण स्थानीय समुदाय को उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने और क्षेत्र के लिए एक आदर्श स्थापित करने में सहायक होगा।
निरीक्षण में मिली सराहना, प्रमाणीकरण का रास्ता प्रशस्त
निरीक्षण दल के सदस्य नजमुल होदा ने सेंटर की सुविधाओं और कार्यप्रणाली की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि काशीबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया है। सेंटर में 14 प्रकार की मुफ्त जांच सेवाएं, 151 प्रकार की दवाइयां और विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ओपीडी सेवाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा, प्रसव पूर्व और पश्चात जांच, टीकाकरण, मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, और योग/व्यायाम जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं।
प्रमाणीकरण के बाद मरीजों को होंगे ये लाभ
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि एनक्यूएएस प्रमाणीकरण मिलने के बाद सेंटर को अतिरिक्त सहायता राशि मिलने की संभावना है। इससे उपकरणों की गुणवत्ता और सेवाओं में सुधार होगा। मरीजों को अधिक पारदर्शी और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। इसके साथ ही, प्रबंधन और संचालन में भी सुधार होगा, जिससे मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल मिलेगी।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका
इस उपलब्धि में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का विशेष योगदान है। जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज के नेतृत्व में इस सेंटर को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने में निरंतर प्रयास किया गया। उनके निर्देशन में जिला स्वास्थ्य समिति और सिविल सर्जन ने सेंटर की उन्नति में अहम भूमिका निभाई।
स्थानीय समुदाय के लिए वरदान
सिविल सर्जन ने बताया कि सेंटर अब प्रतिमाह 350-400 मरीजों को सेवाएं दे रहा है। गंभीर मामलों में मरीजों को प्रखंड या जिला अस्पताल रेफर किया जाता है, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होती है। चिकित्सकों और एएनएम के लिए आवासीय सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे मरीजों को त्वरित सेवाएं मिलती हैं।
भविष्य में और सुधार की उम्मीद
डीपीएम डॉ. मुनाजिम ने बताया कि निरीक्षण के परिणामस्वरूप जल्द ही सेंटर को एनक्यूएएस प्रमाणीकरण मिलने की उम्मीद है। प्रमाणीकरण से सेंटर न केवल जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का उदाहरण बनेगा, बल्कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में व्यापक सुधार का प्रतीक भी होगा। डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने कहा कि काशीबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के प्रमाणीकरण से पूरे जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन आएगा, और यह सेंटर क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं का मानक स्थापित करेगा।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
प्रमाणीकरण से मरीजों को मिलेंगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, जिला प्रशासन और सिविल सर्जन के प्रयासों को धन्यवाद
कोचाधामन प्रखंड का काशीबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा चुका है। राज्यस्तरीय स्वास्थ्य निरीक्षण दल के सदस्य नजमुल होदा और डॉ. जगजीत सिंह ने आज इस सेंटर का गहन निरीक्षण किया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सेंटर सभी आवश्यक मानकों पर खरा उतरता है। यह प्रमाणीकरण स्थानीय समुदाय को उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने और क्षेत्र के लिए एक आदर्श स्थापित करने में सहायक होगा।
निरीक्षण में मिली सराहना, प्रमाणीकरण का रास्ता प्रशस्त
निरीक्षण दल के सदस्य नजमुल होदा ने सेंटर की सुविधाओं और कार्यप्रणाली की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि काशीबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया है। सेंटर में 14 प्रकार की मुफ्त जांच सेवाएं, 151 प्रकार की दवाइयां और विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ओपीडी सेवाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा, प्रसव पूर्व और पश्चात जांच, टीकाकरण, मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, और योग/व्यायाम जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं।
प्रमाणीकरण के बाद मरीजों को होंगे ये लाभ
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि एनक्यूएएस प्रमाणीकरण मिलने के बाद सेंटर को अतिरिक्त सहायता राशि मिलने की संभावना है। इससे उपकरणों की गुणवत्ता और सेवाओं में सुधार होगा। मरीजों को अधिक पारदर्शी और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। इसके साथ ही, प्रबंधन और संचालन में भी सुधार होगा, जिससे मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल मिलेगी।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका
इस उपलब्धि में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का विशेष योगदान है। जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज के नेतृत्व में इस सेंटर को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने में निरंतर प्रयास किया गया। उनके निर्देशन में जिला स्वास्थ्य समिति और सिविल सर्जन ने सेंटर की उन्नति में अहम भूमिका निभाई।
स्थानीय समुदाय के लिए वरदान
सिविल सर्जन ने बताया कि सेंटर अब प्रतिमाह 350-400 मरीजों को सेवाएं दे रहा है। गंभीर मामलों में मरीजों को प्रखंड या जिला अस्पताल रेफर किया जाता है, जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होती है। चिकित्सकों और एएनएम के लिए आवासीय सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे मरीजों को त्वरित सेवाएं मिलती हैं।
भविष्य में और सुधार की उम्मीद
डीपीएम डॉ. मुनाजिम ने बताया कि निरीक्षण के परिणामस्वरूप जल्द ही सेंटर को एनक्यूएएस प्रमाणीकरण मिलने की उम्मीद है। प्रमाणीकरण से सेंटर न केवल जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का उदाहरण बनेगा, बल्कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में व्यापक सुधार का प्रतीक भी होगा। डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने कहा कि काशीबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के प्रमाणीकरण से पूरे जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन आएगा, और यह सेंटर क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं का मानक स्थापित करेगा।