नगर थाना क्षेत्र के काली बाजार निवासी एक छोटे व्यवसायी राम कुमार के साथ 17 नवंबर की रात एक साइबर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बिजली बिल के नाम पर आए एक अनजान कॉल के चलते उनके बैंक खाते से 95,000 रुपये निकाल लिए गए। इस घटना से पीड़ित व्यवसायी काफी परेशान और निराश हैं। उन्होंने 22 नवंबर को साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई है।
काली बाजार वार्ड संख्या 10 निवासी राम कुमार (पिता: चंद्रदेश्वर प्रसाद भगत) ने बताया कि उनके मोबाइल पर नंबर 9679745048 से कॉल आया था। कॉलर ने उनकी मां के नाम से बिजली कनेक्शन होने की बात कही और बिजली कनेक्शन कटने की धमकी देकर बिल भुगतान करने को कहा। इसके बाद उनके मोबाइल पर पांच अन्य अज्ञात नंबरों से भी कॉल आए, जिन्हें उन्होंने रिसीव नहीं किया।
इसी बीच, राम कुमार के मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें बताया गया कि उनके बचत खाते से 96,322 रुपये में से 95,000 रुपये की निकासी हो गई है।
पीड़ित ने इस घटना की जानकारी साइबर थाना में आवेदन देकर दी है और अपने खोए हुए पैसे की रिकवरी के लिए साइबर थाना और मुख्यालय सह साइबर डीएसपी से मदद की अपील की है।
राम कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने न तो किसी को ओटीपी साझा किया और न ही बैंक खाते से संबंधित कोई जानकारी दी। इसके बावजूद उनके बचत खाते से बड़ी रकम निकाल ली गई।
सावधान रहें: यह घटना डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते खतरों की ओर इशारा करती है। किसी भी अनजान कॉल पर वित्तीय जानकारी साझा न करें और संदिग्ध कॉल्स की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
प्रतिनिधि, सारस न्यूज़, अररिया।
नगर थाना क्षेत्र के काली बाजार निवासी एक छोटे व्यवसायी राम कुमार के साथ 17 नवंबर की रात एक साइबर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बिजली बिल के नाम पर आए एक अनजान कॉल के चलते उनके बैंक खाते से 95,000 रुपये निकाल लिए गए। इस घटना से पीड़ित व्यवसायी काफी परेशान और निराश हैं। उन्होंने 22 नवंबर को साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई है।
काली बाजार वार्ड संख्या 10 निवासी राम कुमार (पिता: चंद्रदेश्वर प्रसाद भगत) ने बताया कि उनके मोबाइल पर नंबर 9679745048 से कॉल आया था। कॉलर ने उनकी मां के नाम से बिजली कनेक्शन होने की बात कही और बिजली कनेक्शन कटने की धमकी देकर बिल भुगतान करने को कहा। इसके बाद उनके मोबाइल पर पांच अन्य अज्ञात नंबरों से भी कॉल आए, जिन्हें उन्होंने रिसीव नहीं किया।
इसी बीच, राम कुमार के मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें बताया गया कि उनके बचत खाते से 96,322 रुपये में से 95,000 रुपये की निकासी हो गई है।
पीड़ित ने इस घटना की जानकारी साइबर थाना में आवेदन देकर दी है और अपने खोए हुए पैसे की रिकवरी के लिए साइबर थाना और मुख्यालय सह साइबर डीएसपी से मदद की अपील की है।
राम कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने न तो किसी को ओटीपी साझा किया और न ही बैंक खाते से संबंधित कोई जानकारी दी। इसके बावजूद उनके बचत खाते से बड़ी रकम निकाल ली गई।
सावधान रहें: यह घटना डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते खतरों की ओर इशारा करती है। किसी भी अनजान कॉल पर वित्तीय जानकारी साझा न करें और संदिग्ध कॉल्स की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
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