कोसी-सीमांचल के इलाकों, जो शिक्षा समेत तमाम विकास के मानकों पर पिछड़े हुए माने जाते हैं, में पटना साइंस कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. अखिलेश शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। तमाम राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय रिपोर्टों में पिछड़ेपन को देखते हुए, डॉ. अखिलेश ने क्षेत्र के छात्रों, अभिभावकों, और स्थानीय शिक्षकों के साथ संवाद स्थापित करने का बीड़ा उठाया है।
हाल ही में, छुट्टी लेकर डॉ. अखिलेश ने 4-5 दिनों तक इस इलाके में विभिन्न संवाद कार्यक्रमों में भाग लिया और छात्रों से सीधा संवाद किया। उनके अनुसार, छात्रों से व्यक्तिगत और छोटे समूहों में बातचीत करने पर उनके मन में छुपे अनगिनत सवाल सामने आते हैं। डॉ. अखिलेश का मानना है कि यदि इन सवालों का सही समय पर समाधान और थोड़ी सी मार्गदर्शन मिल जाए, तो इन छात्रों में से कई पारंपरिक और गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके इस प्रयास से वास्तव में छात्र लाभान्वित हो रहे हैं, तो उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि यह मुहिम पांच साल पहले शुरू हुई थी। समय के साथ, जब उन्होंने छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव देखा, तो यह पहल और अधिक नियमित और प्रभावी होती गई। अब वे इसे और वैज्ञानिक और सटीक बनाने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को इसका लाभ मिल सके।
अपने इस अभियान में उन्होंने कई अन्य लोगों को भी जोड़ा है। डॉ. अखिलेश कहते हैं कि आने वाले वर्षों में इस मुहिम के परिणाम अत्यधिक उत्साहजनक होंगे। अंत में, उन्होंने अपना संपर्क नंबर (6206692145) सार्वजनिक करते हुए कहा कि कोई भी जरूरतमंद छात्र या उनके अभिभावक शाम 6 बजे से 8 बजे के बीच उनसे कॉल पर संपर्क कर अपनी समस्याओं का समाधान और उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
डॉ. अखिलेश की इस पहल से कोसी-सीमांचल के युवाओं के भविष्य को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
कोसी-सीमांचल के इलाकों, जो शिक्षा समेत तमाम विकास के मानकों पर पिछड़े हुए माने जाते हैं, में पटना साइंस कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. अखिलेश शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। तमाम राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय रिपोर्टों में पिछड़ेपन को देखते हुए, डॉ. अखिलेश ने क्षेत्र के छात्रों, अभिभावकों, और स्थानीय शिक्षकों के साथ संवाद स्थापित करने का बीड़ा उठाया है।
हाल ही में, छुट्टी लेकर डॉ. अखिलेश ने 4-5 दिनों तक इस इलाके में विभिन्न संवाद कार्यक्रमों में भाग लिया और छात्रों से सीधा संवाद किया। उनके अनुसार, छात्रों से व्यक्तिगत और छोटे समूहों में बातचीत करने पर उनके मन में छुपे अनगिनत सवाल सामने आते हैं। डॉ. अखिलेश का मानना है कि यदि इन सवालों का सही समय पर समाधान और थोड़ी सी मार्गदर्शन मिल जाए, तो इन छात्रों में से कई पारंपरिक और गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके इस प्रयास से वास्तव में छात्र लाभान्वित हो रहे हैं, तो उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि यह मुहिम पांच साल पहले शुरू हुई थी। समय के साथ, जब उन्होंने छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव देखा, तो यह पहल और अधिक नियमित और प्रभावी होती गई। अब वे इसे और वैज्ञानिक और सटीक बनाने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को इसका लाभ मिल सके।
अपने इस अभियान में उन्होंने कई अन्य लोगों को भी जोड़ा है। डॉ. अखिलेश कहते हैं कि आने वाले वर्षों में इस मुहिम के परिणाम अत्यधिक उत्साहजनक होंगे। अंत में, उन्होंने अपना संपर्क नंबर (6206692145) सार्वजनिक करते हुए कहा कि कोई भी जरूरतमंद छात्र या उनके अभिभावक शाम 6 बजे से 8 बजे के बीच उनसे कॉल पर संपर्क कर अपनी समस्याओं का समाधान और उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
डॉ. अखिलेश की इस पहल से कोसी-सीमांचल के युवाओं के भविष्य को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
Leave a Reply