बाल विवाह आज भी समाज में व्याप्त एक गंभीर समस्या है, जो बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और उनके उज्ज्वल भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। इस सामाजिक कुप्रथा को समाप्त करने के लिए सरकार और सामाजिक संगठनों द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी दिशा में एक प्रभावशाली कदम उठाते हुए भरगामा के राजस्व पदाधिकारी रविराज ने अपने कार्यालय के सभी कर्मचारियों को बाल विवाह रोकने की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर राजस्व पदाधिकारी ने बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए कहा कि यह प्रथा न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न करती है, बल्कि उन्हें उनके अधिकारों से भी वंचित कर देती है। उन्होंने कहा कि इस सामाजिक कुरीति को समाप्त करने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर काम करना होगा।
शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित कर्मचारियों ने बाल विवाह निषेध अधिनियम का सख्ती से पालन करने और इसके खिलाफ समाज को जागरूक करने का संकल्प लिया। उन्होंने यह वादा किया कि संदिग्ध मामलों की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई करेंगे और जरूरतमंद परिवारों को उचित सहायता प्रदान करेंगे।
राजस्व पदाधिकारी ने कहा कि यह शपथ केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प है। उन्होंने युवाओं से इस मुहिम में शामिल होने और बाल विवाह रोकथाम अभियान को मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि सभी एकजुट होकर इस दिशा में काम करें, तो इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
अभियान के तहत आने वाले दिनों में विभिन्न गांवों और स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ऐसे प्रयास न केवल बाल विवाह जैसी समस्याओं को खत्म करने में मददगार साबित होंगे, बल्कि एक प्रगतिशील और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण में भी सहायक होंगे।
शपथ ग्रहण में उपस्थित कर्मचारी: राजस्व पदाधिकारी रविराज, गौतम कुमार, जालिंदर कुमार, मनीष कुमार, शाहनवाज हुसैन, शशि कुमार यादव, शिवलाल मुर्मू, अमरेंद्र झा, संदीप कुमार, हेमनारायण समेत अन्य कर्मी।
सारस न्यूज़, अररिया।
बाल विवाह आज भी समाज में व्याप्त एक गंभीर समस्या है, जो बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और उनके उज्ज्वल भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। इस सामाजिक कुप्रथा को समाप्त करने के लिए सरकार और सामाजिक संगठनों द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी दिशा में एक प्रभावशाली कदम उठाते हुए भरगामा के राजस्व पदाधिकारी रविराज ने अपने कार्यालय के सभी कर्मचारियों को बाल विवाह रोकने की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर राजस्व पदाधिकारी ने बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए कहा कि यह प्रथा न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न करती है, बल्कि उन्हें उनके अधिकारों से भी वंचित कर देती है। उन्होंने कहा कि इस सामाजिक कुरीति को समाप्त करने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर काम करना होगा।
शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित कर्मचारियों ने बाल विवाह निषेध अधिनियम का सख्ती से पालन करने और इसके खिलाफ समाज को जागरूक करने का संकल्प लिया। उन्होंने यह वादा किया कि संदिग्ध मामलों की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई करेंगे और जरूरतमंद परिवारों को उचित सहायता प्रदान करेंगे।
राजस्व पदाधिकारी ने कहा कि यह शपथ केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प है। उन्होंने युवाओं से इस मुहिम में शामिल होने और बाल विवाह रोकथाम अभियान को मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि सभी एकजुट होकर इस दिशा में काम करें, तो इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
अभियान के तहत आने वाले दिनों में विभिन्न गांवों और स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ऐसे प्रयास न केवल बाल विवाह जैसी समस्याओं को खत्म करने में मददगार साबित होंगे, बल्कि एक प्रगतिशील और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण में भी सहायक होंगे।
शपथ ग्रहण में उपस्थित कर्मचारी: राजस्व पदाधिकारी रविराज, गौतम कुमार, जालिंदर कुमार, मनीष कुमार, शाहनवाज हुसैन, शशि कुमार यादव, शिवलाल मुर्मू, अमरेंद्र झा, संदीप कुमार, हेमनारायण समेत अन्य कर्मी।
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