जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला जल एवं स्वच्छता समिति, श्री अनिल कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित आत्मन सभागार में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संबंधित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए।
कुसीयार गांव ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन गोबरधन परियोजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता और निदेशक, डीआरडीए, अररिया को जांच के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 में चयनित 84 ग्राम पंचायतों को ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए प्रथम किस्त की राशि उपलब्ध कराई गई थी। इन ग्राम पंचायतों द्वारा व्यय की गई राशि की जांच कर, द्वितीय किस्त का आकलन कर लिमिट निर्धारित करने का निर्देश दिया गया।
कुर्साकांटा प्रखंड के शंकरपुर ग्राम पंचायत में FSTP (Fecal Sludge Treatment Plant) के निर्माण हेतु भूमि चयन को लेकर अंचलाधिकारी कुर्साकांटा को समन्वय स्थापित कर शीघ्र NOC प्राप्त करने के निर्देश दिए गए।
स्वच्छता पर्यवेक्षकों और कर्मियों के कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रत्येक वार्ड में प्रतिदिन कचरा उठाव का जियो-टैग फोटो उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मियों को प्रखंड और जिला स्तर पर सम्मानित करने और पंचायत के लोगों को प्रेरित करने का सुझाव दिया गया।
57 ग्राम पंचायतों के स्वच्छता कर्मियों का मानदेय प्राथमिकता के आधार पर मुखिया और सचिव द्वारा शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिए गए। जहां अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का कार्य प्रारंभ हो चुका है, वहां तेजी लाने को कहा गया।
शौचालय निर्माण और प्रोत्साहन राशि का भुगतान
शौचालय विहीन जीविका दीदियों को जीविका के माध्यम से लोन देकर शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ कराने का निर्देश दिया गया।
आंगनबाड़ी केंद्रों में जहां शौचालय का अभाव है, वहां शीघ्र निर्माण सुनिश्चित करने को कहा गया।
लाभुकों के आधार अपडेट और शौचालय प्रोत्साहन राशि के लंबित भुगतान कार्य को इस सप्ताह के भीतर हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए गए।
सामुदायिक स्वच्छता परिसरों की स्थिति की जांच के लिए जिला स्तर पर टीम गठित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, निदेशक डीआरडीए, जिला समन्वयक LSBA, कार्यपालक अभियंता PHED, जिला सलाहकार CB & IEC, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा, कार्यपालक अभियंता मनरेगा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं को समयबद्ध और प्रभावी तरीके से लागू किया जाए ताकि जिले में जल और स्वच्छता से जुड़ी सेवाओं में सुधार हो सके।
सारस न्यूज़, अररिया।
जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला जल एवं स्वच्छता समिति, श्री अनिल कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित आत्मन सभागार में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संबंधित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए।
कुसीयार गांव ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन गोबरधन परियोजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने भवन निर्माण के कार्यपालक अभियंता और निदेशक, डीआरडीए, अररिया को जांच के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 में चयनित 84 ग्राम पंचायतों को ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए प्रथम किस्त की राशि उपलब्ध कराई गई थी। इन ग्राम पंचायतों द्वारा व्यय की गई राशि की जांच कर, द्वितीय किस्त का आकलन कर लिमिट निर्धारित करने का निर्देश दिया गया।
कुर्साकांटा प्रखंड के शंकरपुर ग्राम पंचायत में FSTP (Fecal Sludge Treatment Plant) के निर्माण हेतु भूमि चयन को लेकर अंचलाधिकारी कुर्साकांटा को समन्वय स्थापित कर शीघ्र NOC प्राप्त करने के निर्देश दिए गए।
स्वच्छता पर्यवेक्षकों और कर्मियों के कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रत्येक वार्ड में प्रतिदिन कचरा उठाव का जियो-टैग फोटो उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। बेहतर प्रदर्शन करने वाले कर्मियों को प्रखंड और जिला स्तर पर सम्मानित करने और पंचायत के लोगों को प्रेरित करने का सुझाव दिया गया।
57 ग्राम पंचायतों के स्वच्छता कर्मियों का मानदेय प्राथमिकता के आधार पर मुखिया और सचिव द्वारा शीघ्र भुगतान करने के निर्देश दिए गए। जहां अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का कार्य प्रारंभ हो चुका है, वहां तेजी लाने को कहा गया।
शौचालय निर्माण और प्रोत्साहन राशि का भुगतान
शौचालय विहीन जीविका दीदियों को जीविका के माध्यम से लोन देकर शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ कराने का निर्देश दिया गया।
आंगनबाड़ी केंद्रों में जहां शौचालय का अभाव है, वहां शीघ्र निर्माण सुनिश्चित करने को कहा गया।
लाभुकों के आधार अपडेट और शौचालय प्रोत्साहन राशि के लंबित भुगतान कार्य को इस सप्ताह के भीतर हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए गए।
सामुदायिक स्वच्छता परिसरों की स्थिति की जांच के लिए जिला स्तर पर टीम गठित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, निदेशक डीआरडीए, जिला समन्वयक LSBA, कार्यपालक अभियंता PHED, जिला सलाहकार CB & IEC, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा, कार्यपालक अभियंता मनरेगा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं को समयबद्ध और प्रभावी तरीके से लागू किया जाए ताकि जिले में जल और स्वच्छता से जुड़ी सेवाओं में सुधार हो सके।
Leave a Reply