खट्टी-मीठी यादें पीछे रह गयी और नयी संभावनाओं और नयी उम्मीद को अपने आंचल में समेटे वर्ष 2025 का बुधवार को धूमधाम से आगाज हुआ। मंगलवार की रात जब घड़ी की सुई 12.01 पर गयी तो पूरा शहर आतिशबाजी की रोशनी से नहा उठा। पटाखों की गूंज ने परिवर्तन की दस्तक दी, मानों पूरा शहर नये वर्ष का स्वागत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा हो।
सरसराती ठंडी हवा और कोहरे के बीच सुबह ने दस्तक दी तो लोगों का उत्साह ठंड पर भारी नजर आया। देखते ही देखते लोग पिकनिक स्पॉट की ओर कूच कर गये। पिकनिक स्पॉट के रूप में चर्चित कानकी धाम, ओद्राघाट कालीबाड़ी, नेहरू पार्क, बूढ़ी काली मंदिर, भूतनाथ मंदिर आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और अपने-अपने अंदाज में नये वर्ष का स्वागत किया. नये वर्ष के मौके पर मंदिरों में पूजा-अर्चना करने वालों की भीड़ लगी रही।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
खट्टी-मीठी यादें पीछे रह गयी और नयी संभावनाओं और नयी उम्मीद को अपने आंचल में समेटे वर्ष 2025 का बुधवार को धूमधाम से आगाज हुआ। मंगलवार की रात जब घड़ी की सुई 12.01 पर गयी तो पूरा शहर आतिशबाजी की रोशनी से नहा उठा। पटाखों की गूंज ने परिवर्तन की दस्तक दी, मानों पूरा शहर नये वर्ष का स्वागत करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा हो।
सरसराती ठंडी हवा और कोहरे के बीच सुबह ने दस्तक दी तो लोगों का उत्साह ठंड पर भारी नजर आया। देखते ही देखते लोग पिकनिक स्पॉट की ओर कूच कर गये। पिकनिक स्पॉट के रूप में चर्चित कानकी धाम, ओद्राघाट कालीबाड़ी, नेहरू पार्क, बूढ़ी काली मंदिर, भूतनाथ मंदिर आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और अपने-अपने अंदाज में नये वर्ष का स्वागत किया. नये वर्ष के मौके पर मंदिरों में पूजा-अर्चना करने वालों की भीड़ लगी रही।
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