राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 और 2 पर मंगलवार की रात जन निर्माण केंद्र की टीम ने आरपीएफ और रेल थाना पुलिस के सहयोग से बाल श्रम रोकथाम के लिए सघन जांच अभियान चलाया। इस दौरान अलग-अलग स्थानों से छह बच्चों को मुक्त कराया गया।
स्टेशन परिसर में कुछ बच्चों को संदिग्ध अवस्था में बैठा पाया गया। जब संयुक्त टीम ने उनसे पूछताछ की, तो बच्चों ने अलग-अलग बयान दिए। कुछ बच्चों ने बताया कि वे काम करने के लिए दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई जा रहे थे। वहीं, कुछ बच्चों के साथ अन्य व्यक्ति भी यात्रा कर रहे थे, जो उस समय मौके पर मौजूद नहीं थे। कुछ बच्चे अकेले यात्रा कर रहे थे।
संयुक्त टीम ने सभी बच्चों को अपने संरक्षण में लेते हुए रेल थाना किशनगंज में सनहा दर्ज करवाया। इसके बाद, सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) किशनगंज के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
बाल कल्याण समिति ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल बच्चों की सामाजिक जांच रिपोर्ट (एसआईआर) तैयार करने का निर्देश दिया। रिपोर्ट तैयार होने तक सभी बच्चों को बाल गृह कटिहार में आवासित करने का निर्देश दिया गया। बाल गृह में बच्चों की काउंसलिंग और पुनर्वास प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
संयुक्त अभियान के दौरान जन निर्माण केंद्र के जिला परियोजना समन्वयक मोहम्मद मुजाहिद आलम ने बताया कि बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। अभियान में संस्था के सदस्य मोहम्मद जफर अंजुम और एस. अनवर की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
यह कार्रवाई किशनगंज रेलवे स्टेशन पर बाल श्रम की रोकथाम और बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।