मंगलवार को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक के सहयोग से बिरसा मुंडा कॉलेज, नक्सलबाड़ी की एनएसएस इकाई ने रक्त संकट से निपटने के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र मृधा समेत कॉलेज के शिक्षकों, विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों ने रक्तदान किया।
एनएसएस इकाई की प्रभारी प्रोफेसर रत्ना पाल ने कहा कि एनएसएस इकाई समय-समय पर विभिन्न सामाजिक कार्यों का आयोजन करती है। रक्तदान शिविर उन्हीं सामाजिक गतिविधियों का एक हिस्सा है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र मृधा ने कहा कि बी प्लस ग्रेड मिलने के बाद इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि रक्तदान से न केवल किसी की जान बचाई जा सकती है, बल्कि इससे रक्तदाता की सेहत भी बेहतर रहती है। रक्तदान से कई गंभीर बीमारियों से बचाव होता है और रक्तचाप जैसी समस्याओं में भी कमी आती है।
उन्होंने आगे कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। अगर हर व्यक्ति नियमित रूप से रक्तदान करे, तो किसी को खून की जरूरत के समय परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। इसलिए सभी को रक्तदान करना चाहिए।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
मंगलवार को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज ब्लड बैंक के सहयोग से बिरसा मुंडा कॉलेज, नक्सलबाड़ी की एनएसएस इकाई ने रक्त संकट से निपटने के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र मृधा समेत कॉलेज के शिक्षकों, विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों ने रक्तदान किया।
एनएसएस इकाई की प्रभारी प्रोफेसर रत्ना पाल ने कहा कि एनएसएस इकाई समय-समय पर विभिन्न सामाजिक कार्यों का आयोजन करती है। रक्तदान शिविर उन्हीं सामाजिक गतिविधियों का एक हिस्सा है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीरेंद्र मृधा ने कहा कि बी प्लस ग्रेड मिलने के बाद इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि रक्तदान से न केवल किसी की जान बचाई जा सकती है, बल्कि इससे रक्तदाता की सेहत भी बेहतर रहती है। रक्तदान से कई गंभीर बीमारियों से बचाव होता है और रक्तचाप जैसी समस्याओं में भी कमी आती है।
उन्होंने आगे कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। अगर हर व्यक्ति नियमित रूप से रक्तदान करे, तो किसी को खून की जरूरत के समय परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। इसलिए सभी को रक्तदान करना चाहिए।
Leave a Reply