जिला स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक शुक्रवार को जिला पदाधिकारी श्री अनिल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (NDD) 4 मार्च को सफलतापूर्वक आयोजित करने की तैयारियों पर व्यापक चर्चा हुई। इसके अलावा, नियमित टीकाकरण, एमआर वैक्सीनेशन, गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण, राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन अभियान, संस्थागत प्रसव और अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए इनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारियां
बैठक में डीआईओ डॉ. मोईज ने बताया कि 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि नाशक दवा (एल्बेंडाजोल) खिलाने के लिए 4 मार्च को विशेष अभियान संचालित किया जाएगा। अभियान के दौरान छूटे हुए बच्चों को 7 मार्च को मॉप-अप राउंड के तहत दवा दी जाएगी। जिले में 18,25,390 बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य, शिक्षा और आईसीडीएस विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर शत-प्रतिशत बच्चों तक दवा पहुंचाई जाए। उन्होंने अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार और जन-जागरूकता बढ़ाने पर भी विशेष जोर दिया।
कृमि संक्रमण से बचाव और उपचार
बैठक में बताया गया कि कृमि संक्रमण के कारण दस्त, पेट दर्द, उल्टी और भूख न लगना जैसे लक्षण हो सकते हैं। संक्रमण की मात्रा अधिक होने पर यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
📌 सरकार द्वारा निःशुल्क एल्बेंडाजोल दवा उपलब्ध कराई जा रही है:
1 से 6 वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दवा खिलाएंगी।
6 से 19 वर्ष तक के स्कूल जाने वाले बच्चों को स्कूलों में दवा दी जाएगी।
आयुष्मान भारत योजना में तेजी लाने के निर्देश
जिलाधिकारी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में विशेष अभियान चलाकर योग्य लाभार्थियों को चिह्नित कर कार्ड निर्माण करने का आदेश दिया।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन अभियान
बैठक में टीबी उन्मूलन अभियान की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने संभावित मरीजों की शीघ्र जांच सुनिश्चित करने और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने पर जोर
जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष निगरानी और अनुश्रवण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समुदाय को संस्थागत प्रसव के लाभों से अवगत कराना आवश्यक है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं सुरक्षित प्रसव हेतु अस्पतालों में आएं।
बैठक में उपस्थित अधिकारीगण
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. केके कश्यप, डीआईओ सह एसीएमओ डॉ. मोईज, डीवीबीडीसीओ डॉ. अजय कुमार सिंह, सीडीओ डॉ. ओपी मंडल, डीपीएम संतोष कुमार, डीएमएनई पंकज कुमार, डीपीसी राकेश कुमार, पिरामल स्वास्थ्य, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम उपस्थित थे।
यह बैठक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी बनाने और आगामी अभियानों की रणनीति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
प्रतिनिधि, सारस न्यूज़, अररिया।
जिला स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक शुक्रवार को जिला पदाधिकारी श्री अनिल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (NDD) 4 मार्च को सफलतापूर्वक आयोजित करने की तैयारियों पर व्यापक चर्चा हुई। इसके अलावा, नियमित टीकाकरण, एमआर वैक्सीनेशन, गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण, राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन अभियान, संस्थागत प्रसव और अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए इनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारियां
बैठक में डीआईओ डॉ. मोईज ने बताया कि 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि नाशक दवा (एल्बेंडाजोल) खिलाने के लिए 4 मार्च को विशेष अभियान संचालित किया जाएगा। अभियान के दौरान छूटे हुए बच्चों को 7 मार्च को मॉप-अप राउंड के तहत दवा दी जाएगी। जिले में 18,25,390 बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य, शिक्षा और आईसीडीएस विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर शत-प्रतिशत बच्चों तक दवा पहुंचाई जाए। उन्होंने अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार और जन-जागरूकता बढ़ाने पर भी विशेष जोर दिया।
कृमि संक्रमण से बचाव और उपचार
बैठक में बताया गया कि कृमि संक्रमण के कारण दस्त, पेट दर्द, उल्टी और भूख न लगना जैसे लक्षण हो सकते हैं। संक्रमण की मात्रा अधिक होने पर यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
📌 सरकार द्वारा निःशुल्क एल्बेंडाजोल दवा उपलब्ध कराई जा रही है:
1 से 6 वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दवा खिलाएंगी।
6 से 19 वर्ष तक के स्कूल जाने वाले बच्चों को स्कूलों में दवा दी जाएगी।
आयुष्मान भारत योजना में तेजी लाने के निर्देश
जिलाधिकारी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में विशेष अभियान चलाकर योग्य लाभार्थियों को चिह्नित कर कार्ड निर्माण करने का आदेश दिया।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन अभियान
बैठक में टीबी उन्मूलन अभियान की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने संभावित मरीजों की शीघ्र जांच सुनिश्चित करने और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने पर जोर
जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष निगरानी और अनुश्रवण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समुदाय को संस्थागत प्रसव के लाभों से अवगत कराना आवश्यक है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं सुरक्षित प्रसव हेतु अस्पतालों में आएं।
बैठक में उपस्थित अधिकारीगण
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. केके कश्यप, डीआईओ सह एसीएमओ डॉ. मोईज, डीवीबीडीसीओ डॉ. अजय कुमार सिंह, सीडीओ डॉ. ओपी मंडल, डीपीएम संतोष कुमार, डीएमएनई पंकज कुमार, डीपीसी राकेश कुमार, पिरामल स्वास्थ्य, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम उपस्थित थे।
यह बैठक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी बनाने और आगामी अभियानों की रणनीति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।