राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
शतरंज खेल के विकास में जिला शतरंज संघ की अहम भूमिका
अपने जिले में शतरंज खेल की संस्कृति पिछले 30 वर्षों से परिलक्षित हो रही है। वर्ष 1996 में स्थापित जिला शतरंज संघ इस बुद्धिमत्तापूर्ण अंतर्राष्ट्रीय खेल को समाज के इच्छुक बच्चों तक पहुंचाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए निरंतर कार्यरत है।
यह कार्य 100 से अधिक इच्छुक एवं सक्षम खेलप्रेमी माननीय लोग प्रतिवर्ष अपने तन, मन और धन से संपन्न करते हैं। उनकी मेहनत और समर्पण से शतरंज न केवल जिले में लोकप्रिय हुआ है बल्कि जिले की खेल संस्कृति का अभिन्न हिस्सा बन चुका है।
जिला शतरंज संघ का प्रशासनिक ढांचा
इस संघ के पदेन अध्यक्ष जिला पदाधिकारी होते हैं, जिनके मार्गदर्शन में सचिव सहित अन्य सदस्य प्रत्येक वर्ष निजी संसाधनों से शतरंज खेल से जुड़े सैकड़ों कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इन प्रयासों से जिले के प्रतिभाशाली खिलाड़ी राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।
जिला पदाधिकारी विशाल राज को धन्यवाद ज्ञापन
इसी क्रम में, वर्तमान जिला पदाधिकारी विशाल राज को स्थानीय एमजीएम यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. इच्छित भारत द्वारा निरंतर सहयोग प्रदान करने हेतु धन्यवाद स्वरूप एक मोमेंटो भेंट किया गया।
सम्मान समारोह में शामिल गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर, संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता (सेवानिवृत्त कर्मचारी, भारतीय स्टेट बैंक) एवं वरीय संयुक्त सचिव कमल कर्मकार (अंतर्राष्ट्रीय शतरंज प्रशिक्षक, नेपालगढ़ कॉलोनी निवासी) ने डॉ. इच्छित भारत के कार्यालय में जाकर मोमेंटो प्रदान किया।
इस दौरान मिल्लिया कन्वेंट स्कूल के सन्नी मजूमदार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
