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सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
- तिथि: चैत्र कृष्ण पक्ष सप्तमी
- वार: शुक्रवार
- विक्रम संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- अयन: उत्तरायण
- ऋतु: वसंत ऋतु
- माह: चैत्र (हिन्दू पंचांग के अनुसार)
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय:
- सूर्योदय: सुबह 6:20 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:30 बजे
चंद्रमा की स्थिति:
- चंद्रमा: वृश्चिक राशि में
- चंद्रोदय: रात 12:05 बजे
- चंद्रास्त: सुबह 10:30 बजे
नक्षत्र:
- ज्येष्ठा नक्षत्र – रात 1:46 बजे तक, उसके बाद मूल नक्षत्र प्रारंभ होगा।
योग:
- सिद्धि योग – शाम 6:42 बजे तक, उसके बाद व्यतीपात योग प्रारंभ होगा।
करण:
- बव करण – दोपहर 12:10 बजे तक, उसके बाद बालव करण।
अभिजीत मुहूर्त:
- दोपहर 12:10 बजे से 12:58 बजे तक (यह समय शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।)
राहु काल (अशुभ समय):
- सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक (इस समय में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।)
यमगण्ड काल:
- दोपहर 3:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक।
गुलिक काल:
- सुबह 7:30 बजे से 9:00 बजे तक।
दिशाशूल:
- आज के दिन पश्चिम दिशा की यात्रा से बचें। यदि यात्रा आवश्यक हो, तो घी या दूध का सेवन करके जाएं।
व्रत और त्यौहार:
- श्री शीतला सप्तमी व्रत का पालन किया जा रहा है।
शुभ समय (शुभ मुहूर्त):
- गृह प्रवेश, विवाह, नई शुरुआत, या अन्य शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त का समय अच्छा रहेगा।
आज का दिन और समय धार्मिक, सामाजिक, या व्यक्तिगत कार्यों के लिए उपयुक्त है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
- तिथि: चैत्र कृष्ण पक्ष सप्तमी
- वार: शुक्रवार
- विक्रम संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- अयन: उत्तरायण
- ऋतु: वसंत ऋतु
- माह: चैत्र (हिन्दू पंचांग के अनुसार)
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय:
- सूर्योदय: सुबह 6:20 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:30 बजे
चंद्रमा की स्थिति:
- चंद्रमा: वृश्चिक राशि में
- चंद्रोदय: रात 12:05 बजे
- चंद्रास्त: सुबह 10:30 बजे
नक्षत्र:
- ज्येष्ठा नक्षत्र – रात 1:46 बजे तक, उसके बाद मूल नक्षत्र प्रारंभ होगा।
योग:
- सिद्धि योग – शाम 6:42 बजे तक, उसके बाद व्यतीपात योग प्रारंभ होगा।
करण:
- बव करण – दोपहर 12:10 बजे तक, उसके बाद बालव करण।
अभिजीत मुहूर्त:
- दोपहर 12:10 बजे से 12:58 बजे तक (यह समय शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।)
राहु काल (अशुभ समय):
- सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक (इस समय में कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।)
यमगण्ड काल:
- दोपहर 3:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक।
गुलिक काल:
- सुबह 7:30 बजे से 9:00 बजे तक।
दिशाशूल:
- आज के दिन पश्चिम दिशा की यात्रा से बचें। यदि यात्रा आवश्यक हो, तो घी या दूध का सेवन करके जाएं।
व्रत और त्यौहार:
- श्री शीतला सप्तमी व्रत का पालन किया जा रहा है।
शुभ समय (शुभ मुहूर्त):
- गृह प्रवेश, विवाह, नई शुरुआत, या अन्य शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त का समय अच्छा रहेगा।
आज का दिन और समय धार्मिक, सामाजिक, या व्यक्तिगत कार्यों के लिए उपयुक्त है।
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