किशनगंज के शिक्षा विभाग ने जिले में छात्रों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एक नई डिजिटल शिक्षा योजना शुरू की है। इस योजना के तहत जिले के सभी सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस की व्यवस्था की जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के छात्रों को बेहतर शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराना है।
योजना की विशेषताएँ:
इस डिजिटल शिक्षा योजना के पहले चरण में 50 सरकारी स्कूलों को जोड़ा गया है, जहां स्मार्ट क्लास की तकनीक के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
छात्रों को डिजिटल बोर्ड, ऑडियो-वीडियो सामग्री और अन्य आधुनिक उपकरणों के जरिए पढ़ने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी समझ और कौशल में वृद्धि होगी।
इस योजना के तहत शिक्षकों को भी डिजिटल तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से मार्गदर्शन कर सकें।
उद्घाटन कार्यक्रम: इस योजना का उद्घाटन किशनगंज के जिला कलेक्टर द्वारा किया गया, जिसमें स्थानीय अधिकारी, शिक्षक, और स्कूलों के प्रधानाचार्य शामिल हुए। कलेक्टर ने अपने संबोधन में कहा कि यह योजना जिले की शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी और ग्रामीण इलाकों के छात्रों को बड़ी मदद मिलेगी।
लक्ष्य: इस योजना का लक्ष्य जिले के सभी स्कूलों को धीरे-धीरे डिजिटल माध्यमों से जोड़ना है ताकि कोई भी छात्र आधुनिक शिक्षा से वंचित न रहे।
समाज की प्रतिक्रिया: इस पहल की स्थानीय लोगों और शिक्षाविदों द्वारा सराहना की गई है। लोगों को उम्मीद है कि इस योजना से किशनगंज के छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिल सकेगी और वे प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
भविष्य की योजनाएँ: शिक्षा विभाग ने बताया कि अगले चरण में और भी स्कूलों को इस योजना में शामिल किया जाएगा, और इसे पूरे जिले में लागू करने का प्रयास किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारना है बल्कि डिजिटल साक्षरता को भी बढ़ावा देना है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
किशनगंज के शिक्षा विभाग ने जिले में छात्रों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एक नई डिजिटल शिक्षा योजना शुरू की है। इस योजना के तहत जिले के सभी सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस की व्यवस्था की जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के छात्रों को बेहतर शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराना है।
योजना की विशेषताएँ:
इस डिजिटल शिक्षा योजना के पहले चरण में 50 सरकारी स्कूलों को जोड़ा गया है, जहां स्मार्ट क्लास की तकनीक के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
छात्रों को डिजिटल बोर्ड, ऑडियो-वीडियो सामग्री और अन्य आधुनिक उपकरणों के जरिए पढ़ने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी समझ और कौशल में वृद्धि होगी।
इस योजना के तहत शिक्षकों को भी डिजिटल तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से मार्गदर्शन कर सकें।
उद्घाटन कार्यक्रम: इस योजना का उद्घाटन किशनगंज के जिला कलेक्टर द्वारा किया गया, जिसमें स्थानीय अधिकारी, शिक्षक, और स्कूलों के प्रधानाचार्य शामिल हुए। कलेक्टर ने अपने संबोधन में कहा कि यह योजना जिले की शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी और ग्रामीण इलाकों के छात्रों को बड़ी मदद मिलेगी।
लक्ष्य: इस योजना का लक्ष्य जिले के सभी स्कूलों को धीरे-धीरे डिजिटल माध्यमों से जोड़ना है ताकि कोई भी छात्र आधुनिक शिक्षा से वंचित न रहे।
समाज की प्रतिक्रिया: इस पहल की स्थानीय लोगों और शिक्षाविदों द्वारा सराहना की गई है। लोगों को उम्मीद है कि इस योजना से किशनगंज के छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिल सकेगी और वे प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
भविष्य की योजनाएँ: शिक्षा विभाग ने बताया कि अगले चरण में और भी स्कूलों को इस योजना में शामिल किया जाएगा, और इसे पूरे जिले में लागू करने का प्रयास किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य न केवल शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारना है बल्कि डिजिटल साक्षरता को भी बढ़ावा देना है।
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