चाय श्रमिकों को वेतन नहीं मिलने के कारण श्रमिकों ने काम बंद कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। यह नक्सलबाड़ी के अटल चाय बागान इलाके की है। रविवार को सातभाइया डिवीजन में चाय की पत्ती तोड़ना बंद कर श्रमिकों ने मैनेजर कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। श्रमिकों ने कहा कि बागान प्रबंधन पिछले पांच सप्ताह से वेतन नहीं दे रहे हैं। ऐसे में बागान श्रमिकों को घर और बच्चों की स्कूल फीस भरने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। श्रमिक अगर कहीं और काम करने जाते हैं, तो बागान प्रबंधन उन्हें नोटिस देकर धमकी भी दे रहे हैं। इसलिए आज सुबह से चाय श्रमिकों ने बागान में पत्तियां तोड़ना बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि बागान मैनेजर ने कहा कि जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। इस संबंध में दार्जिलिंग जिला चिया कमान मजदूर यूनियन के महासचिव गौतम घोष ने बताया कि न ही भाजपा की केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकार चाय बागानों की समस्या को लेकर गंभीर है। जिसके कारण आज चाय श्रमिकों की काफी दयनीय स्थिति हुई है। आगे उन्होंने कहा चाय उद्योग से मालिक पक्ष को काफी मुनाफा हो रहा है। इसके बाद भी श्रमिकों को पांच सप्ताह से वेतन बंद है। जिसके कारण चाय श्रमिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा मालिक पक्ष व सरकार की उपेक्षा के चलते बागान में काम कर रहे श्रमिकों की अवस्था दिन व दिन खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा चाय श्रमिकों को जल्द ही वेतन नहीं दिया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
सारस न्यूज, नक्सलबाड़ी।
चाय श्रमिकों को वेतन नहीं मिलने के कारण श्रमिकों ने काम बंद कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। यह नक्सलबाड़ी के अटल चाय बागान इलाके की है। रविवार को सातभाइया डिवीजन में चाय की पत्ती तोड़ना बंद कर श्रमिकों ने मैनेजर कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। श्रमिकों ने कहा कि बागान प्रबंधन पिछले पांच सप्ताह से वेतन नहीं दे रहे हैं। ऐसे में बागान श्रमिकों को घर और बच्चों की स्कूल फीस भरने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। श्रमिक अगर कहीं और काम करने जाते हैं, तो बागान प्रबंधन उन्हें नोटिस देकर धमकी भी दे रहे हैं। इसलिए आज सुबह से चाय श्रमिकों ने बागान में पत्तियां तोड़ना बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि बागान मैनेजर ने कहा कि जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। इस संबंध में दार्जिलिंग जिला चिया कमान मजदूर यूनियन के महासचिव गौतम घोष ने बताया कि न ही भाजपा की केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकार चाय बागानों की समस्या को लेकर गंभीर है। जिसके कारण आज चाय श्रमिकों की काफी दयनीय स्थिति हुई है। आगे उन्होंने कहा चाय उद्योग से मालिक पक्ष को काफी मुनाफा हो रहा है। इसके बाद भी श्रमिकों को पांच सप्ताह से वेतन बंद है। जिसके कारण चाय श्रमिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा मालिक पक्ष व सरकार की उपेक्षा के चलते बागान में काम कर रहे श्रमिकों की अवस्था दिन व दिन खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा चाय श्रमिकों को जल्द ही वेतन नहीं दिया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
Leave a Reply