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सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
विक्रम संवत्: 2082 (कालयुक्त)
शक संवत्: 1947 (विश्वावसु)
माह: चैत्र (शुक्ल पक्ष)
दिन: मंगलवार
तिथि: एकादशी – शाम 9:12 बजे तक, इसके बाद द्वादशी प्रारंभ
नक्षत्र: अश्लेषा – सुबह 7:55 बजे तक, तत्पश्चात मघा
योग: शूल – शाम 6:11 बजे तक, उसके बाद गण्ड
करण: कौलव – शाम 9:12 बजे तक, उसके बाद तैतिल
सूर्योदय: सुबह 6:03 बजे
सूर्यास्त: शाम 6:43 बजे
चंद्रमा का गोचर: कर्क राशि में सुबह 7:55 बजे तक, इसके बाद सिंह राशि में प्रवेश
राहुकाल: दोपहर 3:33 बजे से शाम 5:08 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:58 बजे से 12:48 बजे तक
दिशा शूल: उत्तर दिशा
शुभ मुहूर्त:
- वाहन खरीदारी: आज वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं है।
- विवाह मुहूर्त: वर्तमान में विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
आज का उपाय: मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे मानसिक शांति और शक्ति प्राप्त होगी।
कृपया ध्यान दें कि पंचांग समय और मुहूर्त स्थान के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। अतः अपने स्थानीय क्षेत्र के अनुसार पंचांग की पुष्टि करना उचित होगा।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
विक्रम संवत्: 2082 (कालयुक्त)
शक संवत्: 1947 (विश्वावसु)
माह: चैत्र (शुक्ल पक्ष)
दिन: मंगलवार
तिथि: एकादशी – शाम 9:12 बजे तक, इसके बाद द्वादशी प्रारंभ
नक्षत्र: अश्लेषा – सुबह 7:55 बजे तक, तत्पश्चात मघा
योग: शूल – शाम 6:11 बजे तक, उसके बाद गण्ड
करण: कौलव – शाम 9:12 बजे तक, उसके बाद तैतिल
सूर्योदय: सुबह 6:03 बजे
सूर्यास्त: शाम 6:43 बजे
चंद्रमा का गोचर: कर्क राशि में सुबह 7:55 बजे तक, इसके बाद सिंह राशि में प्रवेश
राहुकाल: दोपहर 3:33 बजे से शाम 5:08 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:58 बजे से 12:48 बजे तक
दिशा शूल: उत्तर दिशा
शुभ मुहूर्त:
- वाहन खरीदारी: आज वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं है।
- विवाह मुहूर्त: वर्तमान में विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
आज का उपाय: मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे मानसिक शांति और शक्ति प्राप्त होगी।
कृपया ध्यान दें कि पंचांग समय और मुहूर्त स्थान के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। अतः अपने स्थानीय क्षेत्र के अनुसार पंचांग की पुष्टि करना उचित होगा।
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