नक्षत्र: मघा (सुबह 9:57 बजे तक), फिर पूर्वा फाल्गुनी
योग: गण्ड (शाम 6:26 बजे तक), फिर वृद्धि
करण: बव (दोपहर 12:05 बजे तक), फिर बालव
सूर्योदय: सुबह 5:26 बजे
सूर्यास्त: शाम 6:02 बजे
चंद्रमा की स्थिति: सिंह राशि में
शुभ मुहूर्त:
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:19 से दोपहर 12:09 तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 1:50 से 2:40 तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:00 से 6:23 तक
अमृत काल: सुबह 6:13 से 7:55 तक
अशुभ समय:
राहु काल: दोपहर 12:23 से 1:58 तक
यमगंड काल: सुबह 7:48 से 9:21 तक
गुलिक काल: सुबह 10:55 से 12:28 तक
दुर्मुहूर्त: दोपहर 12:03 से 12:53 तक
चौघड़िया (दिन):
प्रातः: चर
पूर्वाह्न: लाभ
मध्यान्ह: अमृत
अपराह्न: काल
सायंकाल: शुभ
प्रदोष: रोग
निशिथ: उद्वेग
अर्धरात्रि: चर
विशेष: आज चैत्र शुक्ल द्वादशी है, जो धार्मिक रूप से पुण्यदायी मानी जाती है। शुभ कार्यों हेतु अभिजीत और अन्य शुभ मुहूर्त उत्तम हैं। अशुभ समय में कार्य करने से बचें।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
तिथि: द्वादशी (शुक्ल पक्ष)
नक्षत्र: मघा (सुबह 9:57 बजे तक), फिर पूर्वा फाल्गुनी
योग: गण्ड (शाम 6:26 बजे तक), फिर वृद्धि
करण: बव (दोपहर 12:05 बजे तक), फिर बालव
सूर्योदय: सुबह 5:26 बजे
सूर्यास्त: शाम 6:02 बजे
चंद्रमा की स्थिति: सिंह राशि में
शुभ मुहूर्त:
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:19 से दोपहर 12:09 तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 1:50 से 2:40 तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:00 से 6:23 तक
अमृत काल: सुबह 6:13 से 7:55 तक
अशुभ समय:
राहु काल: दोपहर 12:23 से 1:58 तक
यमगंड काल: सुबह 7:48 से 9:21 तक
गुलिक काल: सुबह 10:55 से 12:28 तक
दुर्मुहूर्त: दोपहर 12:03 से 12:53 तक
चौघड़िया (दिन):
प्रातः: चर
पूर्वाह्न: लाभ
मध्यान्ह: अमृत
अपराह्न: काल
सायंकाल: शुभ
प्रदोष: रोग
निशिथ: उद्वेग
अर्धरात्रि: चर
विशेष: आज चैत्र शुक्ल द्वादशी है, जो धार्मिक रूप से पुण्यदायी मानी जाती है। शुभ कार्यों हेतु अभिजीत और अन्य शुभ मुहूर्त उत्तम हैं। अशुभ समय में कार्य करने से बचें।
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