स्थानीय तेरापंथ भवन के महाप्रज्ञ ध्यान कक्ष में बुधवार को संस्था शिरोमणि महासभा के महा अध्यक्ष प्रथम पुरुष श्री मनसुख सेठिया के आगमन पर एक विशेष स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उनके साथ महासभा के उपाध्यक्ष श्री बसंत सुराणा, संवाहक नेमचंद बैद, अनूप बोथरा, बिहार प्रभारी राजेश पटावरी, कार्यकारिणी सदस्य नवरत्न दुगड़, मनोज भंसाली, पारस बोथरा सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
कन्या मंडल की कन्याओं द्वारा तिलक एवं गीतिका के साथ अतिथियों का पारंपरिक स्वागत किया गया। तत्पश्चात स्थानीय सभा के पदाधिकारीगणों ने जैन चिन्ह का पट्टा पहनाकर सभी का अभिनंदन किया।
स्थानीय सभा अध्यक्ष श्री महेंद्र बैद ने स्वागत वक्तव्य में बताया कि एक वर्ष में तीसरी बार महासभा अध्यक्ष का आगमन फारबिसगंज के लिए अत्यंत सौभाग्यपूर्ण है।
उपाध्यक्ष श्री बसंत सुराणा ने अपने संबोधन में कहा कि फारबिसगंज धर्म के क्षेत्र में अत्यंत उपजाऊ भूमि है, और जब युवक व कन्या मंडल सक्रिय हों, तो कार्य अपने आप सहजता से संपन्न होते हैं।
बिहार प्रभारी राजेश पटावरी ने कहा कि केन्द्र द्वारा निर्देशित सभी कार्य फारबिसगंज में सुचारू रूप से एवं अनुशासनपूर्वक संपन्न होते हैं, जो गर्व का विषय है।
अपने संबोधन में महासभा अध्यक्ष श्री मनसुख सेठिया ने फारबिसगंज की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि यह क्षेत्र तेरापंथ समाज की अनुशासन एवं मर्यादा की भावना को साकार करता है। उन्होंने सभा को सूचित किया कि 08 जुलाई 2025 से आचार्य भिक्षु त्रिशताब्दी जन्म वर्ष की शुरुआत होने जा रही है। इस अवसर पर युवक-युवतियों के रूप में अधिक से अधिक प्रचेताओं को तैयार कर तेरापंथ दर्शन एवं भिक्षु विचार को समाज में फैलाना हमारा उद्देश्य होना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन उपासिका प्रभा देवी सेठिया ने किया, जबकि आभार ज्ञापन सभा के मंत्री मनोज भंसाली द्वारा किया गया।
इस अवसर पर फारबिसगंज सभा के सभी संस्थाओं के सदस्य एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
स्थानीय तेरापंथ भवन के महाप्रज्ञ ध्यान कक्ष में बुधवार को संस्था शिरोमणि महासभा के महा अध्यक्ष प्रथम पुरुष श्री मनसुख सेठिया के आगमन पर एक विशेष स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उनके साथ महासभा के उपाध्यक्ष श्री बसंत सुराणा, संवाहक नेमचंद बैद, अनूप बोथरा, बिहार प्रभारी राजेश पटावरी, कार्यकारिणी सदस्य नवरत्न दुगड़, मनोज भंसाली, पारस बोथरा सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
कन्या मंडल की कन्याओं द्वारा तिलक एवं गीतिका के साथ अतिथियों का पारंपरिक स्वागत किया गया। तत्पश्चात स्थानीय सभा के पदाधिकारीगणों ने जैन चिन्ह का पट्टा पहनाकर सभी का अभिनंदन किया।
स्थानीय सभा अध्यक्ष श्री महेंद्र बैद ने स्वागत वक्तव्य में बताया कि एक वर्ष में तीसरी बार महासभा अध्यक्ष का आगमन फारबिसगंज के लिए अत्यंत सौभाग्यपूर्ण है।
उपाध्यक्ष श्री बसंत सुराणा ने अपने संबोधन में कहा कि फारबिसगंज धर्म के क्षेत्र में अत्यंत उपजाऊ भूमि है, और जब युवक व कन्या मंडल सक्रिय हों, तो कार्य अपने आप सहजता से संपन्न होते हैं।
बिहार प्रभारी राजेश पटावरी ने कहा कि केन्द्र द्वारा निर्देशित सभी कार्य फारबिसगंज में सुचारू रूप से एवं अनुशासनपूर्वक संपन्न होते हैं, जो गर्व का विषय है।
अपने संबोधन में महासभा अध्यक्ष श्री मनसुख सेठिया ने फारबिसगंज की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि यह क्षेत्र तेरापंथ समाज की अनुशासन एवं मर्यादा की भावना को साकार करता है। उन्होंने सभा को सूचित किया कि 08 जुलाई 2025 से आचार्य भिक्षु त्रिशताब्दी जन्म वर्ष की शुरुआत होने जा रही है। इस अवसर पर युवक-युवतियों के रूप में अधिक से अधिक प्रचेताओं को तैयार कर तेरापंथ दर्शन एवं भिक्षु विचार को समाज में फैलाना हमारा उद्देश्य होना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन उपासिका प्रभा देवी सेठिया ने किया, जबकि आभार ज्ञापन सभा के मंत्री मनोज भंसाली द्वारा किया गया।
इस अवसर पर फारबिसगंज सभा के सभी संस्थाओं के सदस्य एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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