किशनगंज शहर में धरमगंज रेल फाटक के निकट राधाकृष्णन हनुमान मंदिर परिसर में रविवार को मां जानकी स्वास्थ्य सेवा यात्रा के अंतर्गत मेगा स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। स्वास्थ्य शिविर में नेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन (एनएमओ) एवं स्थानीय एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम द्वारा नि:शुल्क सेवाएं प्रदान की गईं।
शिविर में पटना से किशनगंज पहुंचे मुख्य अतिथि एनएमओ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. राजीव सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत् शुभारंभ किया। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष शिशिर कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक रोशन राणा, विभाग कार्यवाह सुखदेव, नगर संघचालक विजय, जिला सह कार्यवाह संजय कृष्ण, डॉ. विजय कुमार सहित एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर जगदीप सिंह, रवि प्रताप, विशाल, अभिमन्यु कुमार, अंजना माझी, कमल नारायण, आयुष तथा एएनएम दीप्ति कुमारी और फार्मासिस्ट प्रांजल कुमार उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. राजीव सिन्हा ने बताया कि उत्तर बिहार प्रांत के कुल सात जिलों में दो दिवसीय मां जानकी स्वास्थ्य सेवा यात्रा के अंतर्गत आयोजित कुल 80 शिविरों में एनएमओ द्वारा सेवाएं दी गई हैं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर एनएमओ की टीम गरीबों के बीच जाकर सेवा करती है, उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक करती है, स्वस्थ रहने के टिप्स देती है तथा रोगियों की नि:शुल्क जांच, इलाज और दवाइयां भी उपलब्ध कराती है।
उन्होंने कहा कि गरीबी और अशिक्षा के कारण अंधविश्वास अधिक होता है, इसलिए लोगों को झाड़-फूंक से दूर रहने और डॉक्टरों से इलाज कराने के लिए प्रेरित किया जाता है।इस अवसर पर माधव त्रिपाठी, पंकज झा, कमल मोदी, विशाल कुमार उर्फ डब्बा, राजेश गुप्ता, अभीजीत, संजय सिंह, कैलाश, अमित जायसवाल, नीरज मिश्रा, कृष्ण कुमार वैद्य एवं संघ के अन्य प्रमुख स्वयंसेवकों ने विभिन्न स्थानों पर आयोजित शिविरों को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष में दो दिवसीय मां जानकी स्वास्थ्य सेवा यात्रा चलाई जा रही है, जिसमें प्रत्येक जिला केंद्र पर मेगा शिविर तथा ग्रामीण क्षेत्रों और सेवा बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। इस कार्यक्रम में एनएमओ एवं स्थानीय एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने सराहनीय योगदान दिया। इसके साथ ही संघ के अनुषांगिक संगठनों जैसे वनवासी कल्याण आश्रम, सीमा जागरण मंच आदि के स्वयंसेवकों ने भी सक्रिय सहयोग किया।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज शहर में धरमगंज रेल फाटक के निकट राधाकृष्णन हनुमान मंदिर परिसर में रविवार को मां जानकी स्वास्थ्य सेवा यात्रा के अंतर्गत मेगा स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। स्वास्थ्य शिविर में नेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन (एनएमओ) एवं स्थानीय एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम द्वारा नि:शुल्क सेवाएं प्रदान की गईं।
शिविर में पटना से किशनगंज पहुंचे मुख्य अतिथि एनएमओ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. राजीव सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत् शुभारंभ किया। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष शिशिर कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक रोशन राणा, विभाग कार्यवाह सुखदेव, नगर संघचालक विजय, जिला सह कार्यवाह संजय कृष्ण, डॉ. विजय कुमार सहित एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर जगदीप सिंह, रवि प्रताप, विशाल, अभिमन्यु कुमार, अंजना माझी, कमल नारायण, आयुष तथा एएनएम दीप्ति कुमारी और फार्मासिस्ट प्रांजल कुमार उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. राजीव सिन्हा ने बताया कि उत्तर बिहार प्रांत के कुल सात जिलों में दो दिवसीय मां जानकी स्वास्थ्य सेवा यात्रा के अंतर्गत आयोजित कुल 80 शिविरों में एनएमओ द्वारा सेवाएं दी गई हैं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर एनएमओ की टीम गरीबों के बीच जाकर सेवा करती है, उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक करती है, स्वस्थ रहने के टिप्स देती है तथा रोगियों की नि:शुल्क जांच, इलाज और दवाइयां भी उपलब्ध कराती है।
उन्होंने कहा कि गरीबी और अशिक्षा के कारण अंधविश्वास अधिक होता है, इसलिए लोगों को झाड़-फूंक से दूर रहने और डॉक्टरों से इलाज कराने के लिए प्रेरित किया जाता है।इस अवसर पर माधव त्रिपाठी, पंकज झा, कमल मोदी, विशाल कुमार उर्फ डब्बा, राजेश गुप्ता, अभीजीत, संजय सिंह, कैलाश, अमित जायसवाल, नीरज मिश्रा, कृष्ण कुमार वैद्य एवं संघ के अन्य प्रमुख स्वयंसेवकों ने विभिन्न स्थानों पर आयोजित शिविरों को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष में दो दिवसीय मां जानकी स्वास्थ्य सेवा यात्रा चलाई जा रही है, जिसमें प्रत्येक जिला केंद्र पर मेगा शिविर तथा ग्रामीण क्षेत्रों और सेवा बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए। इस कार्यक्रम में एनएमओ एवं स्थानीय एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने सराहनीय योगदान दिया। इसके साथ ही संघ के अनुषांगिक संगठनों जैसे वनवासी कल्याण आश्रम, सीमा जागरण मंच आदि के स्वयंसेवकों ने भी सक्रिय सहयोग किया।