तिथि (हिन्दू पंचांग): वैशाख कृष्ण पक्ष प्रतिपदा (प्रातः 8:26 बजे तक), उपरांत द्वितीया
वार: सोमवार
मास: वैशाख
सौर मास: सौर वैशाख मास प्रविष्टे 02
संवत्सर: विक्रम संवत् 2082, शक संवत 1947
हिजरी (इस्लामिक): शव्वाल 15, हिजरी 1446
अंग्रेजी तिथि: 14 अप्रैल 2025 ई॰
सूर्य की स्थिति: उत्तरायण, उत्तर गोलार्द्ध
ऋतु: वसन्त ऋतु
सूर्य और चंद्र जानकारी:
सूर्योदय: प्रातः 5:56 बजे
सूर्यास्त: सायं 6:46 बजे
चंद्रमा की राशि: तुला (दिन-रात तुला राशि में संचार करेगा)
नक्षत्र व योग:
नक्षत्र:
स्वाति – रात्रि 12:14 बजे तक
उपरांत विशाखा नक्षत्र प्रारंभ
योग:
वज्र – रात्रि 10:38 बजे तक
उपरांत सिद्धि योग
करण:
कौलव – प्रातः 8:26 बजे तक
उपरांत गर करण प्रारंभ
शुभ मुहूर्त (14 अप्रैल 2025):
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 4:27 बजे से 5:12 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से 12:48 बजे तक (यदि सोमवार को मान्य हो)
विजय मुहूर्त: दोपहर 2:30 बजे से 3:21 बजे तक
गोधूलि बेला: सायं 6:45 बजे से 7:08 बजे तक
निशीथ काल: रात्रि 11:59 बजे से 12:43 बजे तक
अमृत काल: प्रातः 5:56 बजे से 7:32 बजे तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त):
राहुकाल: प्रातः 7:30 बजे से 9:00 बजे तक
गुलिक काल: दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक
यमगण्ड: प्रातः 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
दुर्मुहूर्त:
दोपहर 12:47 बजे से 1:38 बजे तक
आज का विशेष उपाय (14 अप्रैल 2025):
सुबह सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके शांत चित्त से “ॐ वासुदेवाय नमः” मंत्र का जप करें। यह उपाय मानसिक शांति, नकारात्मकता से मुक्ति और शुभ कार्यों में सफलता दिलाता है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
पंचांग विवरण:
तिथि (हिन्दू पंचांग): वैशाख कृष्ण पक्ष प्रतिपदा (प्रातः 8:26 बजे तक), उपरांत द्वितीया
वार: सोमवार
मास: वैशाख
सौर मास: सौर वैशाख मास प्रविष्टे 02
संवत्सर: विक्रम संवत् 2082, शक संवत 1947
हिजरी (इस्लामिक): शव्वाल 15, हिजरी 1446
अंग्रेजी तिथि: 14 अप्रैल 2025 ई॰
सूर्य की स्थिति: उत्तरायण, उत्तर गोलार्द्ध
ऋतु: वसन्त ऋतु
सूर्य और चंद्र जानकारी:
सूर्योदय: प्रातः 5:56 बजे
सूर्यास्त: सायं 6:46 बजे
चंद्रमा की राशि: तुला (दिन-रात तुला राशि में संचार करेगा)
नक्षत्र व योग:
नक्षत्र:
स्वाति – रात्रि 12:14 बजे तक
उपरांत विशाखा नक्षत्र प्रारंभ
योग:
वज्र – रात्रि 10:38 बजे तक
उपरांत सिद्धि योग
करण:
कौलव – प्रातः 8:26 बजे तक
उपरांत गर करण प्रारंभ
शुभ मुहूर्त (14 अप्रैल 2025):
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 4:27 बजे से 5:12 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से 12:48 बजे तक (यदि सोमवार को मान्य हो)
विजय मुहूर्त: दोपहर 2:30 बजे से 3:21 बजे तक
गोधूलि बेला: सायं 6:45 बजे से 7:08 बजे तक
निशीथ काल: रात्रि 11:59 बजे से 12:43 बजे तक
अमृत काल: प्रातः 5:56 बजे से 7:32 बजे तक
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त):
राहुकाल: प्रातः 7:30 बजे से 9:00 बजे तक
गुलिक काल: दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक
यमगण्ड: प्रातः 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
दुर्मुहूर्त:
दोपहर 12:47 बजे से 1:38 बजे तक
आज का विशेष उपाय (14 अप्रैल 2025):
सुबह सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके शांत चित्त से “ॐ वासुदेवाय नमः” मंत्र का जप करें। यह उपाय मानसिक शांति, नकारात्मकता से मुक्ति और शुभ कार्यों में सफलता दिलाता है।
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