राष्ट्रीय मिति: चैत्र शुक्ल चतुर्थी, विक्रम संवत् 2082 शक संवत्: 1947 तारीख: 17 अप्रैल 2025 दिन: गुरुवार ऋतु: वसंत सूर्य गति: उत्तरायण, उत्तर गोल सौर मास: वैशाख हिजरी (मुस्लिम): शव्वाल 18, 1446 चंद्रमा की स्थिति: दिन-रात वृश्चिक राशि में संचार करेगा
तिथि व नक्षत्र
तिथि: चतुर्थी – अपराह्न 03:24 बजे तक, उसके बाद पंचमी
नक्षत्र: ज्येष्ठा – प्रातः सूर्योदय से लेकर अगले दिन 08:21 AM तक, फिर मूल
योग: वरीयान – अर्धरात्रि 12:50 बजे तक, फिर परिधि
करण: बालव – 03:24 PM तक, फिर तैतिल
आज के व्रत एवं पर्व
सती अनुसूईया जयंती
गण्डमूल प्रारंभ: प्रातः 05:55 बजे से
सूर्योदय व सूर्यास्त
सूर्योदय: प्रातः 05:55 बजे
सूर्यास्त: सायं 06:46 बजे
शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 04:25 AM – 05:09 AM
विजय मुहूर्त: 02:30 PM – 03:22 PM
निशीथ काल: 11:58 PM – 12:42 AM (18 अप्रैल)
गोधूलि बेला: 06:47 PM – 07:09 PM
अमृत काल: 06:22 AM – 07:56 AM
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल: 01:30 PM – 03:00 PM
गुलिक काल: 09:00 AM – 10:30 AM
यमगण्ड: 06:00 AM – 07:30 AM
दुर्मुहूर्त: 10:12 AM – 11:03 AM
आज का उपाय (✅) भगवान विष्णु की कृपा पाने हेतु “विष्णु सहस्रनाम” का पाठ करें। दिनभर शांति और सफलता मिलेगी।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
राष्ट्रीय मिति: चैत्र शुक्ल चतुर्थी, विक्रम संवत् 2082 शक संवत्: 1947 तारीख: 17 अप्रैल 2025 दिन: गुरुवार ऋतु: वसंत सूर्य गति: उत्तरायण, उत्तर गोल सौर मास: वैशाख हिजरी (मुस्लिम): शव्वाल 18, 1446 चंद्रमा की स्थिति: दिन-रात वृश्चिक राशि में संचार करेगा
तिथि व नक्षत्र
तिथि: चतुर्थी – अपराह्न 03:24 बजे तक, उसके बाद पंचमी
नक्षत्र: ज्येष्ठा – प्रातः सूर्योदय से लेकर अगले दिन 08:21 AM तक, फिर मूल
योग: वरीयान – अर्धरात्रि 12:50 बजे तक, फिर परिधि
करण: बालव – 03:24 PM तक, फिर तैतिल
आज के व्रत एवं पर्व
सती अनुसूईया जयंती
गण्डमूल प्रारंभ: प्रातः 05:55 बजे से
सूर्योदय व सूर्यास्त
सूर्योदय: प्रातः 05:55 बजे
सूर्यास्त: सायं 06:46 बजे
शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 04:25 AM – 05:09 AM
विजय मुहूर्त: 02:30 PM – 03:22 PM
निशीथ काल: 11:58 PM – 12:42 AM (18 अप्रैल)
गोधूलि बेला: 06:47 PM – 07:09 PM
अमृत काल: 06:22 AM – 07:56 AM
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल: 01:30 PM – 03:00 PM
गुलिक काल: 09:00 AM – 10:30 AM
यमगण्ड: 06:00 AM – 07:30 AM
दुर्मुहूर्त: 10:12 AM – 11:03 AM
आज का उपाय (✅) भगवान विष्णु की कृपा पाने हेतु “विष्णु सहस्रनाम” का पाठ करें। दिनभर शांति और सफलता मिलेगी।
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