जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज के निर्देशानुसार आज किशनगंज जिले के गाछपारा पंचायत स्थित आदिवासी टोला, वार्ड संख्या 11 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए एक दिवसीय विशेष विकास शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह शिविर जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे “हर टोला, हर परिवार, हर सेवा” कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया।
शिविर का मुख्य आकर्षण “उज्ज्वल दृष्टि योजना” के अंतर्गत बुनियाद केंद्र के माध्यम से जरूरतमंद लाभुकों को निःशुल्क चश्मों का वितरण रहा। कुल 22 लाभुकों को आँखों की जांच के उपरांत निःशुल्क दृष्टि सहायता (चश्मा) प्रदान किया गया, जिससे उनकी दैनिक जीवन की गुणवत्ता में सुधार आ सके।
शिविर में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, जिला प्रबंधक (बुनियाद केंद्र), बुनियाद केंद्र के तकनीकी कर्मी एवं विकास मित्र समेत अन्य प्रशासनिक प्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी ने मिलकर शिविर के संचालन में सक्रिय भूमिका निभाई और लाभुकों को योजनाओं से संबंधित आवश्यक जानकारी भी प्रदान की।
जिला प्रशासन का यह प्रयास न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की अंतिम व्यक्ति तक पहुँच सुनिश्चित करता है, बल्कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिला प्रशासन ने अपील की है कि ऐसे शिविरों का लाभ अधिक से अधिक लोग लें और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से जुड़कर अपने जीवन को सशक्त बनाएं। भविष्य में भी इसी तरह के विकासात्मक एवं कल्याणकारी शिविरों का आयोजन जिले के विभिन्न टोलों एवं पंचायतों में किया जाता रहेगा।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज के निर्देशानुसार आज किशनगंज जिले के गाछपारा पंचायत स्थित आदिवासी टोला, वार्ड संख्या 11 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए एक दिवसीय विशेष विकास शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह शिविर जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे “हर टोला, हर परिवार, हर सेवा” कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया।
शिविर का मुख्य आकर्षण “उज्ज्वल दृष्टि योजना” के अंतर्गत बुनियाद केंद्र के माध्यम से जरूरतमंद लाभुकों को निःशुल्क चश्मों का वितरण रहा। कुल 22 लाभुकों को आँखों की जांच के उपरांत निःशुल्क दृष्टि सहायता (चश्मा) प्रदान किया गया, जिससे उनकी दैनिक जीवन की गुणवत्ता में सुधार आ सके।
शिविर में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, जिला प्रबंधक (बुनियाद केंद्र), बुनियाद केंद्र के तकनीकी कर्मी एवं विकास मित्र समेत अन्य प्रशासनिक प्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी ने मिलकर शिविर के संचालन में सक्रिय भूमिका निभाई और लाभुकों को योजनाओं से संबंधित आवश्यक जानकारी भी प्रदान की।
जिला प्रशासन का यह प्रयास न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की अंतिम व्यक्ति तक पहुँच सुनिश्चित करता है, बल्कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिला प्रशासन ने अपील की है कि ऐसे शिविरों का लाभ अधिक से अधिक लोग लें और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से जुड़कर अपने जीवन को सशक्त बनाएं। भविष्य में भी इसी तरह के विकासात्मक एवं कल्याणकारी शिविरों का आयोजन जिले के विभिन्न टोलों एवं पंचायतों में किया जाता रहेगा।
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