जिले में चल रहा महिला संवाद अभियान लोगों के बीच लगातार लोकप्रिय होता जा रहा है। मंगलवार को जिले के 36 विभिन्न स्थानों पर आयोजित संवाद सत्रों में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और अपनी समस्याएं व सुझाव साझा किए। यह विशेष अभियान 18 अप्रैल से शुरू हुआ है और आगामी दो महीनों तक जिलेभर में चलाया जाएगा।
महिला संवाद को लेकर लोगों में विशेष उत्सुकता देखने को मिल रही है, जिसका मुख्य कारण है हाईटेक सुविधाओं से युक्त संवाद रथ। यह रथ जिले की अलग-अलग पंचायतों और गांवों में जाकर महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें संवाद का मंच भी प्रदान कर रहा है।
इस मोबाइल रथ की विशेषता इसकी तकनीकी खूबियों में छिपी है। इसमें लगे ऑडियो-विजुअल सिस्टम के जरिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से संबंधित लघु फिल्में दिखाई जाती हैं। इससे ग्रामीण महिलाओं को योजनाओं की जानकारी मिलती है और उन्हें यह समझने में आसानी होती है कि किन योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सकता है और कैसे मिल सकता है।
रथ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे जिला और राज्य स्तर के अधिकारी सीधे संवाद स्थापित कर पा रहे हैं। अधिकारियों के संदेश सीधे ग्रामीण महिलाओं तक पहुंच रहे हैं और वे भी अपनी राय एवं समस्याएं उन तक पहुँचा रही हैं।
संवाद में भाग लेने वाली महिलाओं ने समाज कल्याण से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे। कुछ महिलाओं ने नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना की मांग की ताकि पंचायत या प्रखंड स्तर पर नशे के शिकार लोगों को सही दिशा मिल सके। वहीं, कुछ ने गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिए पंचायत स्तर पर सामुदायिक विवाह भवन के निर्माण की आवश्यकता जताई।
इसके अलावा, कम्प्यूटर शिक्षा को लेकर भी कई सुझाव सामने आए। महिलाओं का मानना है कि पंचायत स्तर पर तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी डिजिटल युग में पीछे न रहें।
उम्मीद की जा रही है कि यह महिला संवाद अभियान न केवल महिलाओं को जागरूक करेगा, बल्कि शासन और समाज के बीच एक सेतु का कार्य भी करेगा, जिससे विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकें।
सारस न्यूज़, अररिया।
जिले में चल रहा महिला संवाद अभियान लोगों के बीच लगातार लोकप्रिय होता जा रहा है। मंगलवार को जिले के 36 विभिन्न स्थानों पर आयोजित संवाद सत्रों में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और अपनी समस्याएं व सुझाव साझा किए। यह विशेष अभियान 18 अप्रैल से शुरू हुआ है और आगामी दो महीनों तक जिलेभर में चलाया जाएगा।
महिला संवाद को लेकर लोगों में विशेष उत्सुकता देखने को मिल रही है, जिसका मुख्य कारण है हाईटेक सुविधाओं से युक्त संवाद रथ। यह रथ जिले की अलग-अलग पंचायतों और गांवों में जाकर महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें संवाद का मंच भी प्रदान कर रहा है।
इस मोबाइल रथ की विशेषता इसकी तकनीकी खूबियों में छिपी है। इसमें लगे ऑडियो-विजुअल सिस्टम के जरिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से संबंधित लघु फिल्में दिखाई जाती हैं। इससे ग्रामीण महिलाओं को योजनाओं की जानकारी मिलती है और उन्हें यह समझने में आसानी होती है कि किन योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सकता है और कैसे मिल सकता है।
रथ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे जिला और राज्य स्तर के अधिकारी सीधे संवाद स्थापित कर पा रहे हैं। अधिकारियों के संदेश सीधे ग्रामीण महिलाओं तक पहुंच रहे हैं और वे भी अपनी राय एवं समस्याएं उन तक पहुँचा रही हैं।
संवाद में भाग लेने वाली महिलाओं ने समाज कल्याण से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे। कुछ महिलाओं ने नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना की मांग की ताकि पंचायत या प्रखंड स्तर पर नशे के शिकार लोगों को सही दिशा मिल सके। वहीं, कुछ ने गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिए पंचायत स्तर पर सामुदायिक विवाह भवन के निर्माण की आवश्यकता जताई।
इसके अलावा, कम्प्यूटर शिक्षा को लेकर भी कई सुझाव सामने आए। महिलाओं का मानना है कि पंचायत स्तर पर तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी डिजिटल युग में पीछे न रहें।
उम्मीद की जा रही है कि यह महिला संवाद अभियान न केवल महिलाओं को जागरूक करेगा, बल्कि शासन और समाज के बीच एक सेतु का कार्य भी करेगा, जिससे विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकें।
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