सारस न्यूज़, अररिया।
प्रखंड के पेट्रोल पंप के निकट दो दिवसीय सत्संग सद्ज्ञान यज्ञ का भव्य समापन सोमवार को भक्तिमय वातावरण में हुआ। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और प्रवचनों में आध्यात्मिक ज्ञान की गंगा बहती रही।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आचार्य जय स्वरूप साहेब ने अपने प्रवचन में कहा कि “संत कबीर ने संसार को सत्य और अहिंसा का संदेश दिया, लेकिन आज के युग में सत्य और अहिंसा की हत्या हो रही है। मनुष्य अब कर्म आधारित जीवन के बजाय चमत्कारों पर विश्वास करने लगा है, जिससे समाज की स्वस्थ संरचना बाधित हो रही है।”

उन्होंने आगे कहा, “जब हम किसी वस्तु के उत्पादन में भागीदार नहीं होते, तो उसका उपभोग करना भी पाप के समान है। कर्म ही मानव जीवन की धुरी है—कर्म के बिना जीवन अपूर्ण और अपाहिज हो जाता है। यदि कर्म दूषित हो जाए, तो जीवन में विकृति आ जाती है और तब इंसान प्रकृति और संस्कृति के अनुरूप जीवन नहीं जी पाता।”
धर्म स्वरूप जीवन ज्योति केंद्र के आचार्य जितेंद्र साहेब ने कहा कि “संत कबीर केवल समाज के दृष्टा नहीं, बल्कि मार्गदर्शक भी थे। जब तक व्यक्ति बौद्धिक रूप से समृद्ध नहीं होगा, तब तक उसका सम्यक विकास संभव नहीं है।”
इस दो दिवसीय सत्संग कार्यक्रम में प्रमुख संतों में जितेंद्र साहेब, जय स्वरूप साहेब, विनम्र साहेब, शैलेंद्र साहेब, परमेश्वर साहेब, अरुण साहेब, महंत योगानंद साहेब एवं सदानंद साहेब उपस्थित थे।
कार्यक्रम का आयोजन राजेंद्र शाह एवं अशोक शाह द्वारा किया गया था। मंच पर उपस्थित अतिथियों का स्वागत समाजसेवी अजय अकेला ने किया, वहीं पूर्व जिला पार्षद सत्यनारायण यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया।