किशनगंज जिले के कोचाधामन प्रखंड के मजकुरी पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने खुलकर अपनी बातें रखीं और सरकार की योजनाओं से हुए सकारात्मक बदलावों को साझा किया।
पायल कुमारी ने बताया कि स्कूल के दौरान उन्हें पोशाक, साइकिल और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं से लाभ मिला, जिससे आगे की पढ़ाई आसान हुई। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत बारहवीं के बाद उन्हें 25,000 रुपये की सहायता राशि मिली और अब वे स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। उनका सपना एक अफसर बनने का है।
कविता देवी और बेबी देवी ने बताया कि उन्हें शौचालय निर्माण योजना से सम्मान और सुरक्षा दोनों मिला है। पहले रात का इंतजार करना पड़ता था, अब घर में ही सुविधा है।
कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं ने पेंशन में बढ़ोतरी, कृषि लागत में राहत, और स्थानीय स्तर पर रोज़गार के अवसर जैसे अहम मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। वृद्ध महिलाओं ने महंगाई के दौर में पेंशन बढ़ाने की मांग की, तो वहीं कई महिलाओं ने खाद-बीज की कीमत और समय पर उपलब्धता को लेकर चिंता जताई।
इस संवाद कार्यक्रम का आयोजन जिले के सातों प्रखंडों के गांव-टोले में क्रमवार किया जा रहा है। बुधवार को बीस ग्राम संगठनों में यह आयोजन हुआ, जबकि गुरुवार को भी कार्यक्रम जारी रहेगा।
सरकार की योजनाओं को लेकर जागरूकता रथ, वीडियो प्रदर्शन और सूचना लीफलेट के ज़रिए महिलाओं को जानकारी दी जा रही है। ग्राम संगठन द्वारा महिलाओं की समस्याएं व सुझाव दर्ज कर राज्य स्तर पर भेजे जा रहे हैं ताकि भविष्य की नीतियों में इनका समावेश हो सके।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के कोचाधामन प्रखंड के मजकुरी पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने खुलकर अपनी बातें रखीं और सरकार की योजनाओं से हुए सकारात्मक बदलावों को साझा किया।
पायल कुमारी ने बताया कि स्कूल के दौरान उन्हें पोशाक, साइकिल और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं से लाभ मिला, जिससे आगे की पढ़ाई आसान हुई। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत बारहवीं के बाद उन्हें 25,000 रुपये की सहायता राशि मिली और अब वे स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। उनका सपना एक अफसर बनने का है।
कविता देवी और बेबी देवी ने बताया कि उन्हें शौचालय निर्माण योजना से सम्मान और सुरक्षा दोनों मिला है। पहले रात का इंतजार करना पड़ता था, अब घर में ही सुविधा है।
कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं ने पेंशन में बढ़ोतरी, कृषि लागत में राहत, और स्थानीय स्तर पर रोज़गार के अवसर जैसे अहम मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। वृद्ध महिलाओं ने महंगाई के दौर में पेंशन बढ़ाने की मांग की, तो वहीं कई महिलाओं ने खाद-बीज की कीमत और समय पर उपलब्धता को लेकर चिंता जताई।
इस संवाद कार्यक्रम का आयोजन जिले के सातों प्रखंडों के गांव-टोले में क्रमवार किया जा रहा है। बुधवार को बीस ग्राम संगठनों में यह आयोजन हुआ, जबकि गुरुवार को भी कार्यक्रम जारी रहेगा।
सरकार की योजनाओं को लेकर जागरूकता रथ, वीडियो प्रदर्शन और सूचना लीफलेट के ज़रिए महिलाओं को जानकारी दी जा रही है। ग्राम संगठन द्वारा महिलाओं की समस्याएं व सुझाव दर्ज कर राज्य स्तर पर भेजे जा रहे हैं ताकि भविष्य की नीतियों में इनका समावेश हो सके।
Leave a Reply